लखनऊ। प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में आपसी सहमति से जिले के भीतर तबादला पाने वाले 9,272 शिक्षकों की कार्यमुक्ति और कार्यभार ग्रहण की प्रक्रिया मंगलवार से आरंभ हो गई है। बेसिक शिक्षा परिषद ने निर्देश दिए हैं कि इन शिक्षकों को विद्यालयों के बीच स्थानांतरित करते हुए 15 जून तक कार्यमुक्त किया जाए और नए स्थान पर कार्यभार ग्रहण कराया जाए।
बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव सुरेंद्र कुमार तिवारी ने सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों (बीएसए) को निर्देशित किया है कि आपसी सहमति से स्थानांतरण प्राप्त करने वाले शिक्षकों के अभिलेख, विषय, पदनाम और कैडर की जांच कर नियमानुसार कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि केवल नियमित रूप से कार्यरत शिक्षकों को ही यह सुविधा दी जाएगी। जिन शिक्षकों पर अनुशासनात्मक जांच लंबित है, उन्हें स्थानांतरण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही कार्यमुक्त किया जाएगा।
सचिव ने यह भी स्पष्ट किया कि स्थानांतरण केवल समान संवर्ग—ग्रामीण सेवा से ग्रामीण सेवा या नगर सेवा से नगर सेवा—के भीतर ही किया जाएगा। सभी स्थानांतरण की जानकारी मानव संपदा पोर्टल पर दर्ज की जाएगी। उन्होंने चेतावनी दी कि प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की लापरवाही या अनियमितता की स्थिति में संबंधित बीएसए को उत्तरदायी ठहराया जाएगा।
एडेड स्कूलों में ऑनलाइन तबादला प्रक्रिया शुरू
राज्य के अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाचार्यों और शिक्षकों के स्थानांतरण हेतु ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया भी मंगलवार से प्रारंभ हो गई है। अपर शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) सुरेंद्र कुमार तिवारी ने बताया कि इच्छुक शिक्षक 14 जून तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
आवेदनों पर संबंधित प्रबंध तंत्र 17 जून तक अपनी अनापत्ति दर्ज कर डीआईओएस को भेजेंगे। डीआईओएस आवेदन पत्रों का परीक्षण कर 18 जून तक उन्हें मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक को अग्रसारित करेंगे। इसके बाद मंडलीय अधिकारी 20 जून तक इन्हें अपर शिक्षा निदेशक को भेजेंगे।
यदि इस प्रक्रिया के दौरान कोई लिखित शिकायत प्राप्त होती है तो उसका निस्तारण 23 जून तक किया जाएगा। इसके पश्चात एनआईसी द्वारा 27 जून को तबादला आदेश जारी किए जाएंगे।