उत्तर प्रदेश के स्टांप एवं पंजीयन विभाग में हुए 200 तबादलों को सरकार ने रद्द कर दिया है और इस सत्र को शून्य घोषित किया गया है। इन तबादलों में भारी अनियमितताओं और करोड़ों रुपये की रिश्वतखोरी के आरोप सामने आए हैं।
इस गंभीर मामले को देखते हुए स्टांप एवं पंजीयन मंत्री रविंद्र जायसवाल ने विभाग के वरिष्ठ अधिकारी आईएएस समीर वर्मा के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। समीर वर्मा वर्तमान में आईजी स्टांप एवं पंजीयन के पद पर तैनात हैं।
आरोप है कि इन तबादलों और नियुक्तियों के एवज में करोड़ों रुपये की लेनदेन हुई। मंत्री के निर्देश पर समीर वर्मा की भूमिका की जांच शुरू कर दी गई है और दोषी पाए जाने पर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।