मोदीनगर। मानवतापुरी कॉलोनी निवासी गर्भवती महिला वैंजन देवी ने सोमवार सुबह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाते समय ऑटो में ही जुड़वां बच्चों—एक पुत्र और एक पुत्री—को जन्म दिया। आरोप है कि समय पर स्वास्थ्य सहायता न मिलने के कारण उन्हें अस्पताल पहुंचने से पहले ही प्रसव पीड़ा बढ़ गई।
वैंजन देवी के पति सुदर्शन, जो कि एक श्रमिक हैं, ने बताया कि सुबह करीब सात बजे उन्होंने आशा कार्यकर्ता को फोन कर सूचना दी थी, लेकिन वह लगभग तीन घंटे बाद पहुंची। इस बीच वैंजन देवी की हालत बिगड़ती गई, जिसके बाद परिवार ने आनन-फानन में उन्हें ऑटो से अस्पताल ले जाने का निर्णय लिया।
स्वास्थ्य केंद्र घर से महज एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, लेकिन रास्ते में ही प्रसव पीड़ा इतनी तेज हो गई कि अस्पताल परिसर पहुंचते ही वैंजन देवी ने ऑटो में ही बच्चों को जन्म दे दिया। परिजनों ने बताया कि अस्पताल पहुंचने से पहले करीब 20 मिनट तक महिला भीषण गर्मी में ऑटो में ही तड़पती रही।
घटना की जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य केंद्र का स्टाफ मौके पर पहुंचा और नवजातों व मां को तुरंत अंदर ले जाकर प्राथमिक उपचार व देखरेख शुरू की। डॉ. दिनेश कुमार, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, ने बताया कि दोनों नवजातों का वजन औसत से कम है, लेकिन मां और बच्चे फिलहाल स्वस्थ हैं और अस्पताल में भर्ती हैं।
स्थानीय लोगों ने घटना पर नाराजगी जताते हुए समय पर चिकित्सा सहायता न मिलने को लेकर सवाल उठाए हैं। सोशल मीडिया पर इस घटना के कई वीडियो भी वायरल हो रहे हैं, जिनमें महिला को ऑटो में प्रसव करते देखा जा सकता है।