उत्तर प्रदेश में मानसूनी गतिविधियां फिलहाल पश्चिमी हिस्सों में अधिक सक्रिय दिखाई दे रही हैं। भारतीय मौसम विभाग ने सोमवार के लिए सहारनपुर, शामली, बरेली, पीलीभीत समेत उत्तराखंड और एनसीआर से सटे कुल 16 जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है। इसके साथ ही प्रदेश के 47 जिलों में गरज-चमक और आकाशीय बिजली गिरने की आशंका भी जताई गई है।
पूर्वी यूपी में फिलहाल सुस्त रहेगा मानसून
मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश के पूर्वी क्षेत्रों में आगामी तीन-चार दिनों तक वर्षा की गतिविधियां धीमी रह सकती हैं। पूर्वांचल में बादलों की आवाजाही के साथ हल्की बूंदाबांदी के ही आसार हैं, जबकि अच्छी बारिश की संभावना बहुत कम है। रविवार को प्रयागराज, बांदा, चित्रकूट और सोनभद्र जैसे जिलों में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई।
बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम का असर
लखनऊ स्थित आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. अतुल कुमार सिंह ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवाती परिसंचरण के कारण मानसूनी नमी फिलहाल उड़ीसा और मध्य प्रदेश तक सीमित है। इसी वजह से रविवार को दक्षिणी यूपी और एमपी से सटे जिलों में बारिश हुई। वहीं सोमवार से अगले तीन-चार दिनों तक पश्चिमी तराई और मध्य यूपी में मध्यम वर्षा के आसार हैं।
इन जिलों में हो सकती है भारी बारिश
बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, महोबा, झांसी, ललितपुर व इनके आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना है।
इन जिलों में गरज-चमक और बिजली गिरने की आशंका
बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, भदोही, बहराइच, लखीमपुर खीरी, कानपुर नगर और देहात, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, नोएडा, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, कासगंज, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल, बदायूं, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर और आसपास के क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ वज्रपात की संभावना जताई गई है।