देहरादून के प्रेमनगर थाना क्षेत्र में हुए भाजपा नेता और स्टोन क्रशर संचालक रोहित नेगी हत्याकांड के दो मुख्य आरोपियों से बुधवार देर रात पुलिस की मुठभेड़ हो गई। यह मुठभेड़ मुजफ्फरनगर के मंगलौर बॉर्डर क्षेत्र में हुई, जहां पुलिस ने दोनों आरोपियों को देखकर उनका पीछा किया। इसी दौरान हुई जवाबी फायरिंग में दोनों आरोपियों के पैरों में गोली लग गई। गंभीर रूप से घायल दोनों युवकों को तत्काल उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस की लगातार दबिश से पकड़े गए आरोपी
जानकारी के अनुसार, पुलिस ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आरोपियों की तलाश में कई ठिकानों पर दबिश दी थी। इसी कड़ी में देर रात मोहम्मद अजहर त्यागी, निवासी प्रधान पट्टी बरला, थाना पुरकाजी, जिला मुजफ्फरनगर और आयुष कुमार उर्फ सिकंदर, निवासी मालैण्डी, शामली को बॉर्डर पर देखा गया। पुलिस के पहुंचते ही दोनों भागने लगे, जिस पर फायरिंग की गई और दोनों के पैर में गोली लग गई।
घटना का विवरण
घटना मंगलवार तड़के की है जब प्रेमनगर थाना क्षेत्र के मांडूवाला स्थित पीपल चौक पर गोली चलने की सूचना पुलिस को मिली। मौके पर पहुंचने पर पता चला कि घायल व्यक्ति को उसके साथी ग्राफिक एरा अस्पताल ले गए थे। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने घायल को मृत घोषित कर दिया। मृतक की पहचान रोहित नेगी के रूप में हुई।
मामले की पड़ताल में सामने आया कि रोहित नेगी अपने पांच-छह दोस्तों के साथ पार्टी कर रहे थे, जिनमें एक युवती भी थी। यह युवती नेगी के एक दोस्त की मित्र थी। पार्टी के दौरान युवती के फोन पर अजहर मलिक नामक युवक का कॉल आया, जिससे वह विवाद करने लगी। रोहित ने बातचीत सुनकर हस्तक्षेप करने लगा, क्योंकि अजहर कथित तौर पर युवती को अभद्र भाषा में गालियां दे रहा था। दोनों के बीच कहासुनी हुई लेकिन अन्य लोगों ने मामला शांत करा दिया।
पार्टी के बाद सभी अपने-अपने घर के लिए रवाना हो गए। रोहित नेगी जैसे ही अपनी कार लेकर निकला, उसी दौरान पहले से घात लगाए बैठे अजहर और उसका एक साथी बाइक पर वहां मौजूद थे। जैसे ही नेगी ने कार रोकी, अजहर ने कार की विंडस्क्रीन से सटाकर गोली चला दी, जो सीधे उसके गले में जा लगी। गोली लगते ही रोहित गंभीर रूप से घायल हो गया और बाद में उसकी मौत हो गई।