रुद्रप्रयाग। केदारघाटी में मूसलाधार वर्षा के कारण बुधवार रात रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग दो स्थानों—छोटी पार्किंग और मुनकटिया—पर भूस्खलन की चपेट में आ गया, जिससे मार्ग पूरी तरह बाधित हो गया। इससे गुरुवार सुबह केदारनाथ यात्रा कुछ समय के लिए ठप रही और गौरीकुंड व सोनप्रयाग में एक हजार से अधिक यात्रियों को रोकना पड़ा।
सुबह होते ही एसडीआरएफ की टीम ने सुरक्षा के बीच यात्रियों को गौरीकुंड से सोनप्रयाग पहुंचाया। एनएच विभाग ने मलबा हटाकर पैदल आवाजाही के लिए अस्थायी रास्ता तैयार किया, जिसके बाद यात्रियों को समूहों में केदारनाथ के लिए रवाना किया गया। इस दौरान पुलिस और बचाव दल लगातार यात्रियों की सुरक्षा में तैनात रहे।
हाईवे पर दो स्थानों पर भारी भूस्खलन
रातभर हुई बारिश से सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच सड़क पर भारी मलबा आ गया। सुबह 7:30 बजे तक बचाव टीमों ने यात्रियों को सुरक्षित निकाला, जिसके बाद मार्ग पर आंशिक बहाली की गई। दोपहर तक केदारनाथ से लौट रहे करीब 1,000 यात्री गौरीकुंड होते हुए सोनप्रयाग पहुंचे, वहीं 1,700 श्रद्धालु सोनप्रयाग से यात्रा पर निकले।
अधिकारियों ने दी जानकारी
एनएच के अधिशासी अभियंता ओंकार पांडे ने बताया कि मलबा हटाने का काम लगातार जारी है। सोनप्रयाग में तैनात कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राकेंद्र सिंह कठैत के अनुसार, फिलहाल यात्रियों को पैदल मार्ग से भेजा जा रहा है क्योंकि मुनकटिया क्षेत्र में मार्ग देर शाम तक भी पूरी तरह नहीं खुल पाया।