जिला मुख्यालय पौड़ी की ‘साधना स्वायत्त सहकारिता’ को इस वर्ष ‘आत्मनिर्भर संगठन पुरस्कार – 2024’ से नवाज़ा जाएगा। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं इस संस्था को सम्मानित करेंगे। इस सम्मान ने साबित कर दिया है कि यदि संकल्प, मार्गदर्शन और सहयोग मिल जाए तो ग्रामीण क्षेत्रों में भी सकारात्मक बदलाव संभव है।
पौड़ी ब्लॉक के समीप संचालित ‘साधना स्वायत्त सहकारिता’ और ‘दीदी कैफे’ आज स्थानीय स्तर पर पहचान बना चुके हैं। यहां की ग्रामीण महिलाएं न केवल आत्मनिर्भर बनी हैं बल्कि पहाड़ी व्यंजनों के जरिये स्थानीय लोगों और पर्यटकों को स्वाद का अनूठा अनुभव भी दे रही हैं। इससे महिला समूहों को स्वरोजगार का सशक्त माध्यम मिला है।
सहकारिता बनी महिलाओं की आजीविका का आधार
यह पहल वर्ष 2021 में एनआरएलएम, हिमोथान सोसाइटी और टाटा ट्रस्ट्स के सहयोग से शुरू की गई थी। विकासखंड पौड़ी में गठित छह क्लस्टर लेवल फेडरेशनों में से ‘साधना स्वायत्त सहकारिता’ ने ग्रामीण आजीविका को नई दिशा दी है। फेडरेशन से जुड़ी 206 महिलाएं अब नियमित रूप से दूध संग्रहण कर डेयरी इकाई का संचालन कर रही हैं।
संगठन की आय भी उल्लेखनीय रही है। कैफे यूनिट से वर्ष 2023 से अब तक 9 लाख रुपये की आय हुई, जिसमें 3.20 लाख रुपये का शुद्ध लाभ शामिल है।
संगठन की मेहनत लाई रंग
साधना स्वायत्त सहकारिता की अध्यक्ष मंजू देवी ने पुरस्कार चयन पर खुशी जाहिर की और बताया कि संस्था की पूरी टीम ने लगातार मेहनत की है। उन्होंने विभागीय मार्गदर्शन और सहयोग के लिए आभार भी व्यक्त किया।