राज्य सरकार ने भारी वर्षा के चलते चारधाम यात्रा पर लगाए गए प्रतिबंध को सोमवार सुबह हटा लिया है। अब यात्रा संबंधी निर्णय मौसम की स्थिति के अनुसार संबंधित जिलों के जिलाधिकारियों द्वारा लिया जाएगा।
चारधाम यात्रा प्रबंधन एवं नियंत्रण संगठन की रिपोर्ट के अनुसार सोमवार को चारधाम और हेमकुंड साहिब में कुल 19,170 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। वहीं, 2,684 तीर्थयात्रियों ने ऑफलाइन पंजीकरण कराया।
गढ़वाल मंडल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने जानकारी दी कि सरकार श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह गंभीर है, इसलिए संबंधित जिलों के डीएम को यह अधिकार दिया गया है कि मौसम खराब होने पर अपने क्षेत्र में वाहनों की आवाजाही रोक सकें।
पर्यटन विभाग के अनुसार सोमवार को हरिद्वार, ऋषिकेश और हरर्बटपुर में 2,684 तीर्थयात्रियों का ऑफलाइन पंजीकरण किया गया। अब तक कुल पंजीकरण का आंकड़ा 46 लाख से अधिक हो चुका है। यात्रा पर से प्रतिबंध हटने के बाद सोमवार शाम सात बजे तक चारधाम और हेमकुंड साहिब में श्रद्धालुओं की अच्छी संख्या में दर्शन हुए।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे यात्रा पर निकलने से पहले मौसम की जानकारी अवश्य लें। उन्होंने कहा कि मानसून के दौरान भूस्खलन का खतरा बना रहता है और सरकार यात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं के लिए हर संभव कदम उठा रही है।