स्वावलंबन की राह पर हैं यूपी की सशक्त बेटियां: योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कन्या सुमंगला, उज्ज्वला, मातृ वंदना, स्वामित्व योजना और मिशन शक्ति जैसे प्रयासों से प्रदेश की महिलाएं सशक्त और स्वावलंबी हुई हैं। विधानसभा में बृहस्पतिवार को महिलाओं के लिए आयोजित विशेष सत्र को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानमंडल के दोनों सदनों में महिलाओं को समर्पित रही यह कार्यवाही देश के सामने उदाहरण बनेगी।

उन्होंने कहा कि देश की आजादी से लेकर आज तक के विकास में नारी शक्ति का बड़ा योगदान रहा है। राज्य सरकार बेटी के जन्म से लेकर उसके विवाह तक के लिए कई योजनाएं संचालित कर रही है। उन्होंने कहा कन्या सुमंगला योजना का लाभ 13.67 लाख बेटियों को मिल रहा है। 31.50 लाख महिलाओं को निराश्रित महिला पेंशन योजना का लाभ मिल रहा है। आजादी के बाद से 2017 तक प्रदेश में सिर्फ दस हजार महिलाएं ही कार्मिक व अधिकारी थीं। लेकिन प्रदेश सरकार के प्रयास से बीते पांच साल में इनकी संख्या बढ़कर 35 हजार हो गई है।

प्रदेश में 10,417 नई महिला पुलिस बीट बनाई गई है और 1584 पुलिस थानों में  महिला हेल्प डेस्क बनाई गई है। बेटियों की सुरक्षा के लिए 2017 में सरकार बनने के बाद 3195 एंटी रोमियो स्क्वॉएड बनाया गया। राज्य आजीविका मिशन में 66 लाख महिलाओं को जोड़ा गया है। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना की मदद से 1,81,686 जोड़ों को सरकार ने सहयोग प्रदान किया। प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना से 40 लाख परिवारों को अपने घर का मालिकाना दस्तावेज मिला है तो पीएम स्वनिधि के तहत 2 लाख महिलाओं को लाभ मिला।

महिला अपराध में हुई कमी
योगी ने एनसीआरबी के आंकड़ों के हवाला देते हुए कहा कि महिला एवं बाल अपराध के मामलों में प्रभावी अभियोजन से 32 मामलों में अपराधियों को मौत की सजा दिलाई गई है। 10 वर्ष से अधिक सजा पाने वाले 1191 हैं। 1323 अपराधियों को आजीवन कारावास हुआ। 10 वर्ष से कम सजा पाने वाले 3420 अपराधी हैं जबकि 4751 को जिला बदर किया गया। उन्होंने कहा कि बीते 5 साल में बलात्कार में 32 प्रतिशत, अपहरण में 29, शीलभंग में 25 और दहेज हत्या के मामलों में आई 12 प्रतिशत कमी आई है।

पूरा देश सुनेगा महिला विधायकों की आवाज
सीएम ने कहा कि बृहस्पतिवार को यूपी विधानसभा के नाम एक और रिकॉर्ड दर्ज हो गया। महिला विधायकों की चर्चा से सामने आए निष्कर्ष पर सरकार कदम उठाएगी। महिलाओं के सत्र की बुकलेट प्रकाशित कराकर उसे देश की सभी विधानसभाओं व लोकसभा की लाइब्रेरी में भेजा जाएगा। इससे पूरा देश महिला विधायकों की आवाज को सुनेगा। उन्होंने कहा कि आधी आबादी की आवाज इस सदन के माध्यम से प्रदेश की 25 करोड़ जनता तक पहुंचेगी। उन्होंने सभी महिला विधायकों से अपील की है कि समस्याओं के बारे में वे खुलकर बोलें और अच्छे से चर्चा करें। उन्होंने कहा कि सभी मुद्दों पर महिलाएं सकारात्मक सुझाव दें को सरकार को मदद मिलेगी और प्रदेश के लिए अच्छा काम हो सकेगा।

नियमों की बाधा में न बांधे
योगी ने विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना से आग्रह किया कि सदन में महिलाओं को नियमों में न बांधा जाए और समय का प्रतिबंध न लगाया जाए। पुरुष विधायकों के शोर के नीचे महिलाओं की आवाज दब जाती थी, लेकिन आज महिलाओं को बोलने दें और उन्हें ध्यान से सुनें।

सूखे से प्रभावित किसानों की मदद करेगी सरकार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सूखे से प्रभावित किसानों को भी सरकार पूरी संवेदना के साथ मदद करेगी। बाढ़ से प्रभावित 12 जिलों में किसानों को 867 करोड़ रुपये का मुआवजा भुगतान शुरू कर दिया गया है। विधानसभा में बृहस्पतिवार को सपा विधायक डॉ. रागिनी सोनकर और कांग्रेस विधायक आराधाना मिश्रा मोना ने किसानों की आय बढ़ाने और बाढ़ व सूखे से प्रभावित किसानों का मुद्दा उठाया। महिला विधायकों के सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में फर्टिलाइजर और केमिकल की कीमत में वृद्धि हुई थी लेकिन सरकार ने उस पर सब्सिडी को बढ़ाकर किसानों को राहत दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पेट्रोल डीजल पर भी वैट को सरकार ने कम किया है। पूरे देश में यूपी में सबसे सस्ता डीजल मिल रहा है। उन्होंने कहा कि पहली बार किसानों को सिंचाई के लिए दी जा रही बिजली की कीमत भी कम की गई है। उन्होंने कहा कि पीएम कुसुम योजना के तहत 20 हजार सोलर पंप मुफ्त या सब्सिडी के साथ वितरित किए है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 62 जिलों औसत से कम बरसात हुई है। 12 जिलों में बाढ़ के कारण फसल खराब होने पर किसानों को मुआवजा वितरण शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि सूखे का तीन बार सर्वे कराया गया है। सूखे से जिन किसानों की फसल खराब हुई है उन्हें भी सरकार पूरी मदद करेगी।

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