उमर अब्दुल्ला ने 16 अक्टूबर, 2024 को श्रीनगर में जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके सत्ता संभालने के 2 दिन बाद आतंकवादियों ने शोपियां के ग्राम वाची में बिहार के खेत मजदूर अशोक चौहान की लक्षित हत्या (टारगेट किलिंग) कर दी। 20 अक्टूबर को गांदरबल जिले के गुंड इलाके में आतंकियों ने बिहार से आये मजदूरों के शिविर पर हमला बोल दिया। 3 बिहारी मजदूर मौके पर ही मारे गए। 5 बुरी तरह घायल हैं।
इस प्रकार उमर अब्दुल्ला के कुर्सी सभालते ही कश्मीर घाटी में लक्षित हत्याओं का दौर फिर शुरू हो चुका है। मंत्रिमंडल की पहली बैठक में उमर ने सम्पूर्ण राज्य का राग फिर अलापा लेकिन घाटी में आतंकवादियों के उन्मूलन के विषय में एक शब्द भी नहीं बोले, न ही मंत्रिमंडल में ऐसा कोई प्रस्ताव पेश किया। आगे उनकी छत्रछाया में आतंकी क्या करेंगे, इसका संकेत मिलने लगा है।