करोड़ों की टैक्स चोरीः एसआईटी ने तेज की तफ्तीश, दर्ज किए निलंबित अधिकारियों के बयान

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में टपरी स्थित को-आपरेटिव कंपनी प्राइवेट लिमिटेड शराब फैक्टरी में पकड़ी गई 100 करोड़ की टैक्स चोरी के मामले में एसआईटी लखनऊ ने आबकारी विभाग के निलंबित अधिकारियों के बयान दर्ज कर लिए हैं। साथ ही आबकारी विभाग के कर्मचारियों और फैक्टरी के चार कर्मचारियों के बयान भी दर्ज किए गए। एसआईटी की टीम शुक्रवार को जिला कारागार पहुंचकर वहां बंद आठ आरोपियों के बयान लेगी। यह प्रारंभिक बयान होगा। इसके बाद इनसे फिर से पूछताछ हो सकती है। 

गुरुवार को नवागंज चौक स्थित आबकारी कार्यालय में एसआईटी सुबह नौ बजे पहुंच गई। वहां पर पहले तो साक्ष्य जुटाए गए। साथ ही दस्तावेज खंगाले और कंप्यूटर के डाटा की तलाशी ली गई। एसआईटी प्रभारी देव रंजन वर्मा ने बताया कि आबकारी उपायुक्त आरके चतुर्वेदी, सहायक आयुक्त जगरामपाल, आबकारी निरीक्षक अरविंद कुमार वर्मा के प्रारंभिक बयान दर्ज किए गए। साथ ही आबकारी विभाग के कुछ कर्मचारियों और शराब फैक्टरी के चार कर्मचारियों के बयान लिए गए। एसआईटी प्रभारी ने बताया कि भविष्य में अभी इनसे कई बार पूछताछ की जाएगी। सबसे बाद में लखनऊ में बयान दर्ज किए जाएंगे। एसआईटी देव रंजन वर्मा ने बताया कि शुक्रवार को टीम जिला कारागार में पहुंचकर वहां बंद आठ आरोपियों के बयान लेगी।

आरोपियों की गिरफ्तारी को दबिश दे रही टीमें
शराब फैक्टरी मालिक प्रणव अनेजा और उन्नाव के शराब ठेकेदार अजय जायसवाल की गिरफ्तारी के लिए देहात कोतवाली पुलिस की टीम ने उन्नाव में दबिश दी, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। 

विभागीय सूत्रों के मुताबिक, पुलिस फैक्टरी मालिक के बरेली में होने की सूचना पर वहां भी दबिश दी गई। इसके अलावा दोनों आरोपियों के कई ठिकानों पर पुलिस दबिश दे चुकी हैं, लेकिन आरोपियों का पता नहीं लग पाया है। विभागीय सूत्रों के मुताबिक, फरार आरोपियों पर जल्द ही पुलिस की ओर से इनाम की घोषणा भी की जा सकती है। 

यह है पूरा प्रकरण 
लखनऊ-मेरठ एसटीएफ ने एक सप्ताह पूर्व शराब फैक्टरी पर छापा मारकर करीब 100 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी पकड़ी थी। इसके बाद सहायक आबकारी आयुक्त प्रवर्तन मेरठ आमिर जमील ने दो एफआईआर में फैक्टरी मालिक व आबकारी अधिकारियों सहित 18 लोगों को नामजद किया था।

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