खुद को मीठा आतंकवादी (स्वीट टेररिस्ट) बताने वाले अरविंद केजरीवाल के पंजाब में गत 10 नवम्बर को फरीदकोट जिले में हिन्दुवादी कार्यकर्ता और डेरा सच्चा सौदा के सदस्य प्रदीप सिंह की गोली मार कर हत्या कर दी गई। हत्यारे मोटर साइकिल पर आये और प्रदीप की दुकान में घुस कर ताबड़तोड़ फायरिंग की। प्रदीप 2015 के बेअदबी मामले में तीसरा आरोपी था। उसे सुरक्षाकर्मी मिले हुए थे। हमले में एक सुरक्षा कर्मी भी घायल हो गया।
आतंकी तरीकों से हिन्दुवादी कार्यकताओं की हत्या की एक सप्ताह के भीतर यह दूसरी घटना है। इससे पहले अमृतसर में शिवसेना के नेता सुधीर सूरी की हत्या कर दी गई थी जब वे हिन्दू देवी-देवताओं की मूर्तियां खंडित करने के विरोध पर धरने पर बैठे थे। श्री सूरी को 15 सुरक्षाकर्मी मिले हुए थे। वे तथा 13 अन्य सुरक्षाकर्मी फायरिंग व हत्या के समय मौजूद थे।
इधर प्रदीप सिंह की हत्या के चौबीस घंटों के भीतर पुलिस ने पटियाला के थाना बख्शीवाला इलाके से गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के 3 शार्प शूटरों को पकड़ लिया है। गोल्डी का संबंध पाकिस्तान मे बैठे- आतंकी हरविंदर रिंदा से है। पंजाब में पुलिस मुख्यालय पर धमाके के साथ कई आतंकी घटनायें हो चुकी हैं जो आने वाले खतरे का संकेत है। केन्द्र को विशेष रूप से सतर्क रहने की जरूरत है।
गोविंद वर्मा
संपादक ‘देहात’