एनआईए द्वारा 18 नवंबर को दिल्ली एयरपोर्ट से पकड़े कुख्यात आतंकी कुलविंदरजीत खानपुरिया को सात दिन का रिमांड खत्म होने के बाद शुक्रवार को विशेष अदालत में पेश किया गया। अदालत ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद उसे चार दिन के रिमांड पर भेज दिया। अब उसे 29 नवंबर को पेश किया जाएगा।
अदालत में पेशी के दौरान एनआईए के वकील ने अदालत में कहा कि आतंकी खानपुरिया के विदेश में बैठे आतंकियों के साथ संपर्क हैं। वह पूछताछ में भी सहयोग नहीं कर रहा है इसलिए मामले में और अधिक पूछताछ के लिए सात दिन के रिमांड की जरूरत है। वहीं बचाव पक्ष के वकील ने कहा कि खानपुरिया को एनआईए ने झूठे मामले में फंसाया है।
अभी बरामद करने के लिए कुछ नहीं है। वहीं अदालत में यह भी कहा कि खानपुरिया के खिलाफ राजासांसी थाने समेत एनआईए के दोनों मामलों में उसकी गिरफ्तारी डाली जाए क्योंकि उस केस के सभी आरोपियों पर चार्ज भी फ्रेम हो चुके हैं और गवाहियां चल रही हैं। इस पर जज एनआईए को कहा कि अगली तारीख तक इन मामलों में इसकी गिरफ्तारी डाली जाए। अगर एनआईए ऐसा नहीं करती है तो हम अदालत में उसके आत्मसमर्पण के लिए अर्जी डालेंगे।
एनआईए ने घोषित कर रखा था पांच लाख का इनाम
आरोपी पंजाब में हुई टारगेट किलिंग, सुरक्षा प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने व दिल्ली के कनॉट प्लेस में हुए धमाके में शामिल था। इसके अलावा 90 के दशक में कई राज्यों में किए गए ग्रेनेड हमले में भी उसकी अहम भूमिका थी। एनआईए ने उस पर पांच लाख का इनाम भी घोषित किया था। इसके निशाने पर भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी थे। पंजाब में दहशत फैलाने के लिए वह इन अधिकारियों को अपना टारगेट बनाना चाहता था।