ईश्वर ने समय-समय पर ऐसी महान् आत्माओं को धरती पर उतारा है जो नाना गुणों एवं विशेषताओं से संपन्न रहे और अपना जीवन राष्ट्र सेवा-जन सेवा को समर्तित कर दिया। भारत की ऐसी ही एक महान् विभूति थे आर्यन पेशवा राजा महेंद्र प्रताप। महान् देशभक्त एवं क्रांतिकारी राजा जी ने ब्रिटिश सरकार को गैर कानूनी और गैर संवैधानिक सरकार बताते हुए काबुल में पहली राष्ट्रीय सरकार की स्थापना की थी।
उनकी जन सेवाओं, विद्यालयों, संस्थाओं की स्थापना, आपसी भाईचारा, प्रेम, विश्व बंधुत्व और मानवीयता के उद्दांत विचारों से ओतप्रोत उनके महान् व्यक्तित्व को जानना समझना आज समय की आवश्यकता है।
हर्ष का विषय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मूसेपुर ग्राम में 14 सितंबर 2021 को राजा महेंद्र प्रताप विश्वविद्यालय भवन की आधारशिला एवं भूमिपूजा करने आ रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जुलाई 2019 में घोषणा की थी कि इस महान् देशभक्त की स्मृति में ऐसा विशाल विश्वविद्यालय बनाया जाएगा जिसमें युवा शक्ति पीढ़ी दर पीढ़ी प्रेरणा लेती रहे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बधाई के पात्र हैं कि उन्होंने भारत माता के महान् सपूत की स्मृति में विश्वविद्यालय एवं डिफेंस कॉरिडोर बनाने के स्वप्न को साकार रूप दिया।
राजा महेंद्र प्रताप का गौरवपूर्ण जीवन वृत्त एवं उनसे जुड़ी यादों का एक लेख यथाशीघ्र प्रकाशित करेंगे।
गोविंद वर्मा
संपादक देहात