एक मार्च को बुजुर्ग दंपती पर गोलियां चलाने वाला दंपती का अपना ही बेटा निकला। पुलिस ने इस अंधे कत्ल की गुत्थी को चार दिन के भीतर सुलझा लिया है। बेटे ने ही अपने माता-पिता पर जमीन के बटवारे को लेकर चल रही रंजिश के चलते गोलियां चलाई थी। इस फायरिंग में बेटे द्वारा द्वारा चलाई गई गोलियां पिता को लगी थी और उसकी मौत हो गई थी जबकि माता के पेट में गोलियां लगने से वह बुरी तरह घायल हो गई थी और उसका अभी भी अमृतसर में इलाज चल रहा है। वहीं, फ्रांस से आए आरोपी बेटे और उसके साथी को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
इस संबंध में डीएसपी विपन कुमार ने बताया की एक मार्च को गांव सरवाली के पास लंगर की सेवा करने के बाद घर लौट रहे दंपती सोहन सिंह और उसकी पत्नी परमिंदर कौर पर रात के वक्त किसी अज्ञात ने गोली चलाई थी। इस फायरिंग में सोहन सिंह निवासी गांव सरवाली और पत्नी परमिंदर कौर को गोलियां लगी थी। इस फायरिंग में सोहन सिंह बुजुर्ग की मौत हो गई थी जबकि परमिंदर कौर गोलियां लगने से घायल हो गई थी।
पुलिस ने उसी दिन मामला दर्ज करने के बाद अपनी जांच पड़ताल शुरू की तो पता चला कि सोहन सिंह का बेटा अजीतपाल सिंह जो फ्रांस में रहता है और उसका अपने पिता के साथ जमीन को लेकर झगड़ा चलता था और दोनों के बीच बोल-चाल भी बंद था। अजीतपाल सिंह पिछले करीब डेढ़ महीने से फ्रांस से गांव सरवाली आया हुआ था। अजीतपाल सिंह बेटे ने अपने पिता से पुरानी रंजिश रखने वाले सरवाली के रहने वाले बलबीर सिंह को अपना साथी बनाया और अपने माता-पिता के कत्ल करने की योजना बनाने लगा।
योजना के अनुसार 1 मार्च 2025 को रात के वक्त करीब 9 बजे जब सोहन सिंह और परमिंदर कौर पत्नी लंगर की सेवा करके वापिस गांव आ रहे थे तो बेटे अजीतपाल सिंह ने 32 बोर के एक अवैद्य पिस्टल से अपने माता-पिता पर अंधाधुंध फायिरंग कर दी। जिससे दंपती को गोलियां लगी। अजीतपाल सिंह अपनी बाइक मौके पर ही छोड़ भाग निकला। पुलिस उक्त दोनों ही आरोपियों अजीतपाल सिंह और उसके साथी बलबीर सिंह को गिरफ्तार करके उनसे पिस्टल बरामद कर लिया है। दोनों ही आरोपियों से आगामी पूछताश की जा रहा है।