भारत में 5G पर बवाल लेकिन इस देश में 1. 5 करोड़ यूजर कर रहे इस नेटवर्क का इस्तेमाल

दुनियाभर में 5जी टेक्नोलॉजी की एक्सेप्टेंस तेजी से बढ़ रही है इस बीच भारत में इस तकनीक को लेकर अभी लोग पूरी तरह से एकमत नहीं हैं. 5G को लेकर रेडिएशन और इससे होने वाले खतरों का डर भारतीयों के बीच बना हुआ है. हाल ही में ऐक्ट्रेस जूही चावला इस टेक्नोलॉजी के खिलाफ कोर्ट का रुख कर चुकी हैं. इसके उलट कई देशों में ये टेक्नोलॉजी जोरशोर से अपनाई जा रही है.

दक्षिण कोरिया में 5जी नेटवर्क पर मोबाइल यूजर पिछले महीने 1.5 करोड़ से अधिक तक पहुंच गए. सोमवार को डेटा जारी किया गया, जिसमें दूरसंचार ऑपरेटर लेटेस्ट जनरेशन के नेटवर्क पर अधिक यूजर्स को हासिल करने की होड़ में शामिल हैं. विज्ञान और आईसीटी मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल के अंत तक, 5जी सब्सक्रिप्शन 15.15 मिलियन था, जो देश में कुल 71.27 मिलियन मोबाइल सब्सक्रिप्शन का 21.25 प्रतिशत था.

दक्षिण कोरिया की आबादी 5.2 करोड़ है. नवीनतम आंकड़ा वर्ष की शुरूआत की तुलना में 5जी यूजर वृद्धि में मंदी का प्रतीक है. योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, देश ने पिछले महीने मार्च से लगभग 671,000 5 जी सब्सक्रिप्शन जोड़े, जबकि जनवरी में महीने में 1 मिलियन से अधिक 5जी यूजर जोड़े थे.

जनवरी में सैमसंग द्वारा गैलेक्सी एस 21 सीरीज के लॉन्च के बाद से प्रमुख स्मार्टफोन निमार्ताओं ने अभी तक स्थानीय बाजार में फ्लैगशिप डिवाइस जारी नहीं किए हैं. पिछले महीने, शीर्ष मोबाइल वाहक एसके टेलीकॉम के सबसे अधिक 5जी ग्राहक 7.07 मिलियन थे, इसके बाद केटी क्रॉप में 4.6 मिलियन और एलजी यूप्लस में 3.47 मिलियन थे. दूरसंचार ऑपरेटरों ने हाल के महीनों में सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स के ‘गैलेक्सी जंप’ जैसे अधिक किफायती 5जी स्मार्टफोन को आगे बढ़ाया है, ताकि पिछली पीढ़ी के नेटवर्क से यूजर के प्रवास को तेज किया जा सके.

दक्षिण कोरिया के टेलीकॉम ऑपरेटरों ने सबसे पहले अप्रैल 2019 में 5जी नेटवर्क लॉन्च किया था.

भारत में क्या है 5G का हाल 

भारत में दूरसंचार विभाग (डॉट) दूरसंचार ने भारती एयरटेल, रिलाइंस जियो और वोडाफोन को देशभर में 5जी इंटरनेट टेस्टिंग के लिए 6 महीने का समय दिया है. डॉट कंपनियों से शहरी इलाकों के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में भी 5जी इंटरनेट टेस्टिंग के लिए कह सकता है. एक आधिकारीक सूत्र ने बताया कि सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी एमटीएनएल पांच हजार रुपये का शुल्क जमा करा कर 5जी टेस्टिंग की अनुमति ले सकती है. कंपनी को इसके बाद टेस्टिंग के लिए स्पेट्रम दिया जाएगा.

दूरसंचार ऑपरेटरों को देश में कई स्थानों पर 700 मेगाहर्ट्ज बैंड, 3.3-3.6 गीगाहर्ट्ज़ (जीएचजेड) बैंड और 24.25-28.5 गीगाहर्ट्ज़ बैंड में टेस्टिंग की अनुमति दी गई हैं. डॉट ने एरिक्सन, नोकिया, सैमसंग और सी-डॉट को 5जी इंटरनेट टेस्टिंग की अनुमति दी है तथा चीनी कंपनियों की प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करने वाली कंपनियों को अनुमति नहीं दी गई है. उद्योग से जुड़े एक सूत्र ने कहा कि रिलायंस जियो 5जी इंटरनेट टेस्टिंग के लिए अपने तकनीक समेत सैमसंग के नेटवर्क उपकरण का इस्तेमाल करेगी. जियो और सैमसंग ने हालांकि इस पर कोई टिपण्णी नहीं की हैं.

देश में 5जी टेस्टिंग दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरु, गुजरात और हैदराबाद के कई हिस्सों में किये जायेंगे. भारती एयरटेल दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और बेंगलुरु में टेस्टिंग करेगी जबकि जियो ने दिल्ली, मुंबई, गुजरात और हैदराबाद में टेस्टिंग के लिए आवेदन किया है. दूरसंचार विंभाग के अनुसार 5जी तकनीक 4जी की तुलना में दस गुना बेहतर डाउनलोड स्पीड देने और स्पेक्ट्रम को तीन गुना दक्षता से उपयोग करने में सक्षम है.

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