आज भारत-चीन के बीच फिर वार्ता, गोगरा-हॉट स्प्रिंग-डेपसांग पर होगी चर्चा

पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर पैंगोंग लेक के उत्तरी और दक्षिणी किनारों में डिसइंगेजमेंट प्रक्रिया पूरी होने के बाद आज भारत और चीन के बीच 10वें राउंड की उच्चस्तरीय सैन्य बातचीत होगी. आर्मी सूत्रों के मुताबिक, यह बातचीत शनिवार सुबह 10 बजे होगी. जिसमें LAC पर अन्य टकराव बिंदुओं डेपसांग, हॉट स्प्रिंग्स और गोगरा क्षेत्रों से भी सैनिकों को हटाने की प्रक्रिया को लेकर बातचीत हो सकती है. दोनों देश पैंगोंग लेक इलाके से सैनिकों की वापसी प्रक्रिया की समीक्षा भी करेंगे.

आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि 10वें दौर की कोर कमांडर स्तर की बातचीत LAC पर चीन की तरफ मोल्दो सीमा बिन्दु पर सुबह 10 बजे शुरू होगी. 10वें राउंड की बातचीत में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन करेंगे, जो लेह स्थित 14वीं कोर के कमांडर हैं. वहीं, चीनी पक्ष का नेतृत्व मेजर जनरल लिउ लिन करेंगे, जो चीनी सेना के दक्षिणी शिनजियांग सैन्य जिले के कमांडर हैं. उन्होंने कहा कि पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी किनारों से सैनिकों की वापसी, हथियारों और अन्य सैन्य साजो-सामान, बंकरों, टेंट्स और अस्थाई ढांचों को हटाने का काम गुरुवार को पूरा हो गया. दोनों देशों ने इसकी ग्राउंड पर पड़ताल भी कर ली है.

फॉरवर्ड इलाकों से दोनों देशों के सैनिकों की वापसी प्रक्रिया 10 फरवरी को शुरू हुई थी. इस बीच, चीन ने पहली बार आधिकारिक तौर पर यह कहा कि पिछले साल जून में गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों के साथ हुई झड़प में उसके चार सैनिक मारे गए थे. हालांकि अमेरिका की एक खुफिया रिपोर्ट में कहा गया था कि इस झड़प में चीन के 35 सैनिक हताहत हुए थे, लेकिन चीन ने इसे कभी स्वीकार नहीं किया. चीन की सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने अब गलवान घाटी में झड़प का वीडियो भी जारी किया है.

भारतीय सेना ने मंगलवार को LAC पर जारी डिसइंगेजमेंट प्रक्रिया की वीडियो और तस्वीरें भी जारी की थी, जिनमें पैंगोंग लेक इलाके में चीनी सैनिक वापस जाते, अपने बंकरों को तोड़ते और अन्य ढांचों को हटाते दिखाई दे रहे थे. भारत और चीन के बीच सैन्य गतिरोध करीब 9 महीने बाद खत्म हुआ है. पिछले साल जून में गलवान घाटी में हुई दोनों पक्षों के बीच झड़प में भारत के 20 शहीद हो गए थे.

क्या हुआ LAC डिसइंगेजमेंट समझौते में

भारत और चीनी सैन्य कमांडर के समझौते के मुताबिक, दोनों पक्ष सभी जगहों पर पुरानी स्थिति को कायम करेंगे जो मई 2020 में शुरू हुए विवाद से पहले की थी. 11 फरवरी को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में बताया था कि डिसइंगेजमेंट पर समझौते के तहत, चीन अपनी सेना की टुकड़ियों को पैंगोंग लेक के नॉर्थ बैंक में फिंगर-8 के पूरब की दिशा की तरफ रखेगा और इसी तरह भारत भी अपने सेना की टुकड़ियों को फिंगर-3 के पास अपने परमानेंट बेस धन सिंह राणा पोस्ट पर रखेगा. इसी तरह साउथ बैंक एरिया में भी दोनों पक्षों द्वारा डिसइंगेजमेंट की जाएगी.

राजनाथ सिंह ने कहा था कि यह भी तय हुआ है कि दोनों पक्ष नॉर्थ बैंक पर अपनी सेना की गतिविधियां जिसमें परंपरागत स्थानों की पैट्रोलिंग भी शामिल है, को अस्थायी रूप से स्थगित की जाएगी. पैट्रोलिंग तभी शुरू की जाएगी, जब सेना राजनयिक स्तर पर आगे बातचीत कर रास्ता बनेगा. पैंगोंग लेक के किनारे पहाड़ की आकृति कुछ इस तरह से है कि ये अंगुलियों की तरह दिखती है और इसीलिए इन्हें फिंगर कहा जाता है. इनकी संख्या आठ है.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here