उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक दर्दनाक सड़क हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया। कार चलाना सीख रहे एक युवक की लापरवाही के कारण चार राहगीर उसकी चपेट में आ गए, जिनमें एक 10 महीने के बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हैं। घटना के बाद पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की।
सीतापुर हाईवे पर हुआ हादसा
यह दुर्घटना इटौंजा थाना क्षेत्र के सीतापुर हाईवे किनारे स्थित सिंघामऊ गांव के पास हुई, जहां एक रिसॉर्ट का निर्माण कार्य चल रहा है। रविवार शाम को उक्त रिसॉर्ट के सुपरवाइजर सुनील कार चलाने का अभ्यास कर रहा था। बताया जा रहा है कि जैसे ही वह साइट से बाहर निकला, कार अचानक अनियंत्रित हो गई और सड़क किनारे जा रहे मजदूरों को टक्कर मार दी।
मजदूरी से लौट रही महिला और बच्चा चपेट में आए
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसे के वक्त एक महिला अपनी गोद में 10 महीने के बच्चे को लेकर रिसॉर्ट से बाहर निकल रही थी। इसी दौरान कार ने उन्हें कुचल दिया। इस टक्कर में मासूम की जान चली गई, जबकि उसकी मां पूनम गंभीर रूप से घायल हो गई। अन्य दो मजदूर – जिनमें गया प्रसाद नामक व्यक्ति शामिल हैं – भी इस हादसे में जख्मी हुए हैं और अस्पताल में भर्ती हैं।
मजदूरों का आरोप – आरोपी को भगाया गया
घटना के बाद पीड़ितों ने आरोप लगाया कि कार चला रहे युवक को साइट मालिक ने मौके से भगा दिया। मृतक बच्चे के पिता ने बताया कि उनकी पत्नी मजदूरी कर बाहर आ रही थीं और तभी यह हादसा हुआ। उन्होंने बताया कि कार सुपरवाइजर के किसी परिचित की थी और उसे चलाते समय यह हादसा हुआ।
आरोपी फरार, पुलिस जांच में जुटी
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। फिलहाल आरोपी चालक फरार है और पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। मृतक के परिजन आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।