यूपी के प्राथमिक विद्यालयों में ‘निपुण प्लस’ ऐप से कक्षा 1 से 8 तक का मूल्यांकन शुरू

उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में अब कक्षा 1 से 8 तक के विद्यार्थियों का कक्षा व विषय आधारित मूल्यांकन राज्य स्तर पर ‘निपुण प्लस’ ऐप के माध्यम से किया जाएगा। इस ऐप में प्रश्नों का एक समृद्ध बैंक भी उपलब्ध है, जो विद्यार्थियों के आकलन के साथ-साथ उनकी तैयारी में भी सहायक होगा।

स्कूल शिक्षा की महानिदेशक कंचन वर्मा ने इस पहल को लेकर सभी डायट प्राचार्यों और बीएसए को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान में कक्षा 1 से 3 तक के पांच छात्रों का यादृच्छिक (रैंडम) आधार पर मूल्यांकन किया जा रहा है, जिसके माध्यम से न केवल बच्चों की सीखने की स्थिति का त्वरित विश्लेषण किया जा रहा है, बल्कि शिक्षण की गुणवत्ता की भी जांच की जा रही है।

महानिदेशक ने जानकारी दी कि पहले से संचालित निपुण लक्ष्य ऐप को उन्नत करते हुए अब ‘निपुण प्लस’ ऐप लाया गया है, जिसमें कक्षा 1 से 8 तक के छात्रों के लिए विषयवार दक्षता आधारित प्रश्न जोड़े गए हैं। इस ऐप के जरिए एसआरजी, एआरपी और डायट मेंटर्स सामूहिक रूप से निगरानी करेंगे। इसके अलावा, इसमें शिक्षकों और स्वतंत्र पर्यवेक्षकों के लिए अलग-अलग कार्य प्रणाली (फ्लो) भी जोड़ी गई है।

निर्देशों के अनुसार, एआरपी हर महीने 30 विद्यालयों का निरीक्षण करेंगे, एसआरजी 20 और डायट मेंटर्स 10 विद्यालयों का भ्रमण करेंगे। एआरपी अपने निरीक्षणों को विभिन्न कक्षाओं में विभाजित करेंगे। सभी कक्षाओं का मूल्यांकन प्रत्येक तीन महीने में एक बार किया जाएगा, और उनकी कक्षा के अनुसार दक्षताओं को ऐप में दर्शाया गया है। महानिदेशक ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इस नए ऐप का पूर्ण रूप से उपयोग करते हुए बच्चों की निपुणता सुनिश्चित की जाए।

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