नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने सोमवार को एअर इंडिया के गुरुग्राम स्थित मुख्य बेस पर एक विस्तृत ऑडिट की प्रक्रिया आरंभ की है। इस समीक्षा में एयरलाइन के संचालन, उड़ान अनुसूची, कर्मचारियों की ड्यूटी तय करने की प्रक्रिया और अन्य कई अहम विभागों की गहन जांच की जा रही है। यह कार्रवाई 12 जून को अहमदाबाद में हुए गंभीर विमान हादसे के बाद शुरू की गई है। हादसा लंदन जाने वाली एअर इंडिया की बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर उड़ान के साथ हुआ, जो अहमदाबाद से उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, जिसमें 270 यात्रियों की मृत्यु हो गई।
आठ सदस्यीय टीम कर रही निगरानी
इस बार DGCA ने अपनी परंपरागत तीन सदस्यीय टीम के बजाय आठ विशेषज्ञों की एक टीम तैनात की है, जो एयरलाइन के समग्र कार्यप्रणाली की समीक्षा कर रही है। ऑडिट में फ्लाइट ऑपरेशंस, प्लानिंग, शेड्यूलिंग, रॉस्टरिंग और इंटीग्रेटेड ऑपरेशन्स कंट्रोल सेंटर (IOCC) जैसे अहम विभागों की विस्तार से जांच की जाएगी।
नियमों के उल्लंघन पर कारण बताओ नोटिस जारी
DGCA ने एअर इंडिया को उड़ान ड्यूटी समय सीमा (FDTL) के उल्लंघन को लेकर नोटिस जारी किया है। साथ ही, तीन वरिष्ठ अधिकारियों को उनके कार्यों से हटाने के निर्देश भी दिए गए हैं। जांच प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाने के लिए DGCA ने एक नया फ्रेमवर्क लागू किया है, जिसके अंतर्गत वार्षिक निरीक्षण कार्यक्रम से इतर विशेष ऑडिट किए जाएंगे, जिससे पूरे विमानन क्षेत्र की कार्यप्रणाली का मूल्यांकन किया जा सके।
सुरक्षा चूकों पर कार्रवाई के बीच शुरू हुआ ऑडिट
यह ऑडिट ऐसे समय पर हो रहा है, जब DGCA पहले ही एयरलाइन के कुछ अधिकारियों पर सुरक्षा मानकों के उल्लंघन को लेकर कार्रवाई कर चुका है। 21 जून को DGCA ने एअर इंडिया से वर्ष 2024 से अब तक के फ्लाइट ऑपरेशन्स निरीक्षण और ऑडिट रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है।