शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने कांग्रेस को स्वार्थी और असंगठित करार देते हुए कहा कि कांग्रेस के नेता अपने भीतर उलझे हुए हैं और उन्हें न तो ऊपर देखना आता है और न नीचे। ऐसे दल से प्रदेश और देश के युवाओं का जुड़ाव संभव नहीं है। ये बयान उन्होंने गुरुवार को पार्टी कार्यालय मंगल-कमल में मोदी सरकार के 11 वर्षों की उपलब्धियों पर आयोजित संगोष्ठी में मीडिया से बातचीत के दौरान दिए।
राहुल गांधी के प्रदेश दौरे और कांग्रेस संगठन पर प्रतिक्रिया देते हुए ढांडा ने कहा कि जो नेता अपने दल के जिला अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष तक नहीं चुन पाते, वे संगठन को कैसे मजबूत करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस में कई जिलों में एक से अधिक प्रभारी नियुक्त हैं, जिससे कार्यकर्ताओं और नेताओं में भ्रम की स्थिति बनी हुई है। साथ ही उन्होंने राहुल गांधी पर भी निशाना साधा कि यदि कोई राष्ट्रीय अध्यक्ष अपने निर्णय स्वतंत्र रूप से नहीं ले सकता, तो संविधान की जेब में रखी कॉपी का कोई फायदा नहीं।
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर कांग्रेस की आलोचना पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि जब सर्वदलीय बैठक हो रही थी, तब कांग्रेस ने कोई सवाल नहीं उठाया था, अब केवल सियासी लाभ के लिए ओछी राजनीति की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में शौचालय निर्माण से लेकर ब्रह्मोस मिसाइल तक अनेक उपलब्धियां हासिल की गई हैं और सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकवादियों को कठोर सजा दी है।
संगोष्ठी में प्रदेश महामंत्री सुरेंद्र पूनिया और पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर ने भी अपनी बात रखी।
शिक्षा विभाग के कामकाज को लेकर मंत्री महिपाल ढांडा ने कहा कि अब विभाग में सभी काम हिंदी भाषा में होंगे। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अंग्रेजी भाषा में पत्राचार से बचें। उन्होंने कहा कि हिंदी आम जनता की भाषा है और इसके उपयोग पर गर्व किया जाना चाहिए।