विदेश मंत्रालय ने कहा- चीन के अनुचित दावे कतई मंजूर नहीं

भारत-चीन व भारत-पाकिस्तान के बीच जारी तनातनी व गतिरोध के बीच विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को साफ कहा कि भारत ने न तो हमारे क्षेत्र पर किसी तरह के अवैध कब्जे को स्वीकार किया है और न ही चीन के अनुचित दावों को मंजूर किया है। अफगानिस्तान को लेकर हुई एनएसए बैठक को लेकर मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हमने न्योता दिया था, लेकिन पाकिस्तानी अधिकारी नहीं आए। इससे अफगानिस्तान को लेकर उनके रवैये का पता चलता है। 

अमेरिकी रक्षा विभाग ‘पेंटागन’ की रिपोर्ट में चीन द्वारा भारत-चीन बॉर्डर के पास निर्माण कार्यों व कथित तौर पर गांव बसाने का दावा किया गया है। इसे लेकर बागची ने कहा कि सरकार ने हमेशा राजनयिक माध्यम से चीन की ऐसी गतिविधियों का कड़ा विरोध किया है और भविष्य में भी ऐसा करना जारी रखेगी। चीन ने पहले भी सीमा से लगते क्षेत्र में निर्माण कार्य किए हैं जिसमें दशकों के दौरान अवैध रूप से कब्जा किया गया क्षेत्र शामिल है। सरकार भारत की सुरक्षा पर असर डालने वाले घटनाक्रमों पर लगातार नजर रखे हुए है। संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए सभी उपाय किए जा रहे हैं।

बागची ने कहा कि सरकार ने सीमावर्ती क्षेत्र में सड़कें, पुल आदि के निर्माण सहित बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिससे सीमावर्ती क्षेत्र में स्थानीय आबादी को ज़रूरी सुविधाएं और कनेक्टिविटी प्रदान की गई। आगे भी सरकार द्वारा ऐसे कार्य किए जाएंगे। 

1500 यात्री गुरु पर्व पर जाएंगे पाकिस्तान
भारत-पाकिस्तान के बीच सड़क यात्रा की इजाजत को लेकर उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष के समन्वय में अटारी वाघा एकीकृत चेक पोस्ट के माध्यम से सीमित पैमाने पर यात्रा की जा रही थी। गुरु पर्व के चलते निर्णय लिया गया कि 1500 तीर्थयात्रियों का एक जत्था उत्तर वाघा आईसीपी के रास्ते 17 से 26 नवंबर तक पाकिस्तान की यात्रा करेगा।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने अफगानिस्तान पर दिल्ली में आयोजित एनएसए स्तर की बैठक को लेकर कहा कि पाकिस्तान को भी इसका न्योता दिया गया था, लेकिन वह नहीं आए। इससे अफगानिस्तान को लेकर उनके रवैए का पता चलता है। बागची ने कहा कि अफगानिस्तान के लोगों को भारत का समर्थन बहुत स्पष्ट है। हम वर्षों से अफगानिस्तान के लोगों की मदद कर रहे हैं, लेकिन बीते कुछ माहों से वहां के हालात काफी खराब हो गए हैं। 

आईआईसी के दूत की पीओके यात्रा पर ऐतराज
विदेश मंत्रालय ने इस्लामिक देशों के संगठन OIC के दूत की पाक कब्जे वाले कश्मीर PoJK की यात्रा पर कड़ा ऐतराज जताया। बागची ने कहा कि यह हमारा आंतरिक मामला है। मैंने पहले भी कहा था कि ऐसी यात्राओं को हम हमारे आंतरिक मामलों में दखल मानते हैं। 

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