ढाका: बांग्लादेश की राजधानी ढाका में पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त नुरुल हुदा पर भीड़ के हमले का मामला सामने आया है। यह घटना उस वक्त हुई जब विपक्षी दल बीएनपी ने उन पर चुनावी गड़बड़ियों का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी। रिपोर्ट्स के अनुसार, रविवार को उत्तरा इलाके में स्थित हुदा के आवास पर लोगों की भीड़ ने धावा बोल दिया।
ढाका के उत्तरा पश्चिम पुलिस स्टेशन के प्रमुख हफीजुर रहमान ने बताया कि सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची, जहां देखा गया कि भीड़ ने हुदा को घेर रखा था। पुलिस के अनुसार, हमलावरों ने उन्हें घर से बाहर खींचकर शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया।
सोशल मीडिया पर वायरल हुई घटना
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो और पोस्ट में दिखाया गया है कि हुदा को जूतों से पीटा गया और उनके गले में जूतों की माला पहनाई गई। इसके अलावा, उन्हें अंडे फेंककर मारा गया और अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया गया। स्थिति बिगड़ने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हुदा को अपनी हिरासत में ले लिया।
ढाका मेट्रोपोलिटन पुलिस के डिप्टी कमिश्नर मोहीदुल इस्लाम ने पुष्टि की कि बीएनपी द्वारा दर्ज शिकायत के आधार पर हुदा को गिरफ्तार किया गया है। उन्हें सोमवार को अदालत में पेश किया जाएगा।
चुनावी गड़बड़ी को लेकर दर्ज हुई एफआईआर
बीएनपी ने नुरुल हुदा समेत 19 व्यक्तियों के खिलाफ चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई है, जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना का नाम भी शामिल है। हुदा के कार्यकाल में 2014, 2018 और 2024 के आम चुनाव कराए गए थे, जिन पर बीएनपी ने गंभीर अनियमितताओं के आरोप लगाए हैं। विपक्ष का कहना है कि इन चुनावों में जनता की इच्छाओं को दरकिनार कर शेख हसीना को सत्ता में बनाए रखा गया।
अंतरिम सरकार की चेतावनी
पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार के पतन के बाद वर्तमान में अंतरिम सरकार देश का संचालन कर रही है, जिसके प्रमुख सलाहकार मोहम्मद यूनुस हैं। हुदा पर हमले के बाद यूनुस ने बयान जारी करते हुए जनता से कानून अपने हाथ में न लेने की अपील की। उन्होंने स्पष्ट किया कि कानून तोड़ने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
हसीना समर्थकों पर बढ़े हमले
शेख हसीना की सरकार के हटने के बाद उनके समर्थकों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। कई नेता गिरफ्तार हो चुके हैं या देश छोड़कर चले गए हैं। नुरुल हुदा पर हुआ हमला भी इन्हीं घटनाओं की श्रृंखला का हिस्सा माना जा रहा है।