कनाडा सरकार ने पहली बार स्वीकार किया है कि खालिस्तानी चरमपंथी कनाडाई सरजमीं का इस्तेमाल भारत में हिंसक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए कर रहे हैं। भारत सरकार लंबे समय से इस विषय पर चिंता जता रही थी, लेकिन पहले की ट्रूडो सरकार ने इस पर विशेष ध्यान नहीं दिया। अब, मार्क कार्नी के नेतृत्व वाली कनाडाई सरकार के अधीन इस पर आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने आई है।
खुफिया रिपोर्ट में हुआ खुलासा
कनाडा की खुफिया एजेंसी कनाडा सिक्योरिटी इंटेलिजेंस सर्विस (CSIS) की हालिया रिपोर्ट में यह स्पष्ट रूप से स्वीकार किया गया है कि कनाडा में सक्रिय खालिस्तानी उग्रवादी तत्व भारत में हिंसा को बढ़ावा देने, इसके लिए आर्थिक मदद जुटाने और साजिश रचने में संलिप्त रहे हैं। यह पहली बार है जब इस तरह का आधिकारिक दस्तावेज सामने आया है, जो भारत की पूर्ववर्ती आशंकाओं की पुष्टि करता है।