हिमाचल प्रदेश में मानसून का प्रभाव लगातार जारी है और पिछले 24 घंटे के भीतर प्रदेश के कई हिस्सों में तेज बारिश दर्ज की गई है। जोगिंद्रनगर में 52.0 मिमी, नाहन और पालमपुर में 28.8 मिमी, पांवटा साहिब में 21.0 मिमी, ऊना में 18.0 मिमी, बरठीं में 17.4 मिमी, कांगड़ा में 15.6 मिमी और श्री नयना देवी में 12.6 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई है।

बारिश के चलते प्रदेश भर में जनजीवन प्रभावित है। शनिवार सुबह 10 बजे तक 261 सड़कों पर यातायात ठप रहा। इसके अलावा 300 से अधिक विद्युत ट्रांसफार्मर और 281 पेयजल योजनाएं भी बाधित हैं। मंडी जिले में सर्वाधिक 176 सड़कों पर आवागमन रुका हुआ है, जबकि कुल्लू में 39 और सिरमौर में 19 सड़कें बंद पड़ी हैं।
7-8 जुलाई के लिए ऑरेंज अलर्ट, 6 जुलाई को कई जिलों में रेड अलर्ट
शिमला स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में आगामी दिनों में भारी बारिश को लेकर चेतावनी जारी की है। 6 जुलाई को कांगड़ा, मंडी और सिरमौर जिलों के कुछ हिस्सों में अत्यधिक भारी बारिश का रेड अलर्ट घोषित किया गया है। वहीं 7 और 8 जुलाई को भारी वर्षा की आशंका को देखते हुए कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट लागू रहेगा।
जिलावार अलर्ट विवरण
- 6 जुलाई: ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, कुल्लू, शिमला और सोलन के कुछ इलाकों में भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट।
- 7 जुलाई: ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट।
- 8 जुलाई: ऊना, हमीरपुर, चंबा और कांगड़ा जिलों में ऑरेंज अलर्ट जबकि अन्य जिलों के लिए येलो अलर्ट।
- 5 और 9 जुलाई: प्रदेश के 10 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है।
- 10-11 जुलाई: कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना।
मानसून से अब तक 72 लोगों की जान गई
राज्य सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार 20 जून से 4 जुलाई के बीच प्रदेश में 72 लोगों की मृत्यु हो चुकी है, जबकि 113 घायल हुए हैं। साथ ही 251 मवेशियों की भी मौत हुई है। अब तक 122 से अधिक मकान और दुकानें क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं, जबकि 208 गोशालाएं पूरी तरह ढह गईं। राज्य को अब तक करीब 54 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इन घटनाओं में सड़क हादसों में 27 लोगों की जान गई है।