रिलायंस पावर के शेयरों में लगातार उछाल, 10 साल के उच्चतम स्तर पर पहुँचा भाव

रिलायंस पावर के शेयरों में तेजी का सिलसिला जारी है। मंगलवार को भारी वॉल्यूम के साथ बीएसई पर इंट्रा-डे ट्रेडिंग के दौरान कंपनी का शेयर 11% चढ़कर ₹71.35 तक पहुंच गया, जो पिछले 10 वर्षों में इसका सबसे ऊंचा स्तर है। नवंबर 2014 के बाद पहली बार शेयर ने इतनी ऊंचाई छुई है। अनिल अंबानी समूह की इस पावर कंपनी के बाजार पूंजीकरण में लगातार तीसरे दिन इजाफा देखने को मिला, और इस अवधि में स्टॉक 17% उछला। बीते एक महीने में इसमें करीब 85% की वृद्धि दर्ज की गई है। मंगलवार दोपहर 12:35 बजे शेयर 8.68% बढ़त के साथ ₹70.15 पर कारोबार कर रहा था, वहीं बीएसई सेंसेक्स लगभग स्थिर था।

रिटेल निवेशकों का बड़ा भरोसा

बीएसई के आंकड़ों के अनुसार, 7 मई 2025 तक रिलायंस पावर में लगभग 50% हिस्सेदारी खुदरा निवेशकों के पास है। इनमें से 27.02% हिस्सेदारी दो लाख रुपये तक की नॉमिनल कैपिटल वाले निवेशकों और 21.59% हिस्सेदारी दो लाख से अधिक कैपिटल वाले निवेशकों के पास है। एलआईसी के पास 2.49% हिस्सेदारी है, जबकि वीएफएसआई होल्डिंग्स पीटीई लिमिटेड के पास 4.99% है। कंपनी के प्रमोटर रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के पास 24.90% स्टेक है।

शेयर की तेजी की वजहें

9 मई को जारी नतीजों में कंपनी ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में ₹126 करोड़ का मुनाफा दर्ज किया, जबकि पिछले साल इसी अवधि में ₹397.56 करोड़ का घाटा हुआ था। हालांकि, कुल आय घटकर ₹2,066 करोड़ रही, जो पिछले वर्ष ₹2,194 करोड़ थी। कंपनी का लोन-टू-इक्विटी रेशियो भी घटकर 0.88:1 हो गया है, जो उद्योग में सबसे कम माना जा रहा है।

सौर ऊर्जा में भी मजबूत कदम

रिलायंस पावर की इकाई ‘रिलायंस एनयू सनटेक’ ने एशिया के सबसे बड़े इंटीग्रेटेड सोलर और बैटरी एनर्जी स्टोरेज प्रोजेक्ट के लिए SECI के साथ 25 साल का बिजली खरीद समझौता किया है। इस ₹10,000 करोड़ की परियोजना में 930 मेगावाट सोलर कैपेसिटी और 465 MW/1860 MWh की स्टोरेज क्षमता होगी। यह प्रोजेक्ट ₹3.53 प्रति यूनिट की दर से चलेगा।

इसके अलावा, 28 मई 2025 को रिलायंस एनयू एनर्जीज प्राइवेट को SJVN से 350 मेगावाट ISTS से जुड़े सोलर प्रोजेक्ट का ऑर्डर मिला है, जो 175 मेगावाट/700 MWh बैटरी स्टोरेज सिस्टम से लैस होगा।

31 दिसंबर 2024 को कंपनी की सहयोगी सासन पावर ने IIFCL UK को $150 मिलियन का भुगतान किया, जिससे उसकी लिक्विडिटी और क्रेडिट रेटिंग मजबूत होने की संभावना है।

थर्मल पावर में बढ़ सकती है हिस्सेदारी

राष्ट्रीय विद्युत योजना के अनुसार, भारत वर्ष 2031-32 तक लगभग 80 गीगावाट कोल-बेस्ड थर्मल कैपेसिटी जोड़ने की योजना बना रहा है। रिलायंस पावर ने अपनी FY24 की सालाना रिपोर्ट में इसे कंपनियों के लिए विकास का अवसर बताया है। देश में बढ़ते विद्युतीकरण, प्रति व्यक्ति बिजली खपत और इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग के कारण ऊर्जा क्षेत्र में तेज विस्तार की उम्मीद जताई गई है।

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