गुरुवार को अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया शुरुआती गिरावट से उबरते हुए अमेरिकी डॉलर के मुकाबले सात पैसे मजबूत होकर 85.55 पर बंद हुआ। रुपये को यह मजबूती वैश्विक बाजार में डॉलर के कमजोर होने और अमेरिकी बांड प्रतिफल में गिरावट के चलते मिली। इसके साथ ही कच्चे तेल की कीमतों में कमी ने भी स्थानीय मुद्रा को सहारा दिया।
कारोबार के दौरान रुपया 85.69 पर खुला और दिन में 85.19 के उच्चतम व 85.70 के न्यूनतम स्तर को छूने के बाद 85.55 पर बंद हुआ। इससे पहले बुधवार को यह डॉलर के मुकाबले 85.62 पर बंद हुआ था।
डॉलर कमजोर, लेकिन शेयर बाजार में गिरावट
मिराए एसेट शेयरखान के विश्लेषक अनुज चौधरी के अनुसार, डॉलर इंडेक्स में कमजोरी और तेल की घटती कीमतों ने रुपये को समर्थन दिया। हालांकि घरेलू शेयर बाजार में कमजोरी के कारण रुपये की मजबूती सीमित रही। सेंसेक्स 170.22 अंक गिरकर 83,239.47 पर और निफ्टी 48.10 अंक टूटकर 25,405.30 पर बंद हुआ।
डॉलर इंडेक्स में हल्की बढ़त, कच्चा तेल चढ़ा
छह प्रमुख वैश्विक मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की स्थिति दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.05% बढ़कर 96.82 पर पहुंचा। वहीं ब्रेंट क्रूड का दाम 1.01% की बढ़त के साथ 68.41 डॉलर प्रति बैरल रहा।
अनुज चौधरी ने आगे कहा कि आने वाले सत्रों में निवेशकों की नजर अमेरिका की गैर-कृषि पेरोल रिपोर्ट पर होगी, जिससे रुपये में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। आने वाले कारोबारी दिनों में डॉलर के मुकाबले रुपये का दायरा 84.90 से 85.60 के बीच रह सकता है।
एफआईआई बने बिकवाल
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने गुरुवार को 1,481.19 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की।