अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावना के बीच सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में तेजी देखने को मिली। आईटी सेक्टर के शेयरों में मजबूत खरीदारी रही। वहीं, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 6 पैसे कमजोर होकर 87.58 (अनंतिम) पर बंद हुआ।
बीएसई सेंसेक्स 329.06 अंक यानी 0.40 प्रतिशत बढ़कर 81,635.91 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सेंसेक्स 492.21 अंक या 0.60 प्रतिशत की तेजी के साथ 81,799.06 अंक तक पहुंच गया। एनएसई का 50 शेयरों वाला निफ्टी 97.65 अंक यानी 0.39 प्रतिशत चढ़कर 24,967.75 पर बंद हुआ।
सेंसेक्स कंपनियों का प्रदर्शन
सेंसेक्स की कंपनियों में इंफोसिस, टीसीएस, एचसीएल टेक, टेक महिंद्रा, टाटा मोटर्स, सन फार्मा, मारुति और टाइटन प्रमुख लाभ में रहीं। इसके विपरीत, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, एशियन पेंट्स, भारती एयरटेल और आईसीआईसीआई बैंक के शेयर पिछड़ गए।
एशियाई और यूरोपीय बाजारों का रुख
एशियाई बाजार सकारात्मक रहे, जिसमें दक्षिण कोरिया का कोस्पी, जापान का निक्केई 225, शंघाई का एसएसई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंग सेंग प्रमुख रहे। यूरोपीय बाजार इस दौरान कमजोरी के साथ कारोबार कर रहे थे। शुक्रवार को अमेरिकी बाजार भी मजबूती के साथ बंद हुए थे, जिसमें डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 1.89%, नैस्डैक कंपोजिट 1.88% और एसएंडपी 500 1.52% की तेजी के साथ बंद हुआ।
बाजार को फेड दर कटौती की उम्मीद ने किया उत्साहित
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि सितंबर में फेड द्वारा ब्याज दरों में कटौती और अमेरिका में 10 साल की बॉन्ड दरों में गिरावट की संभावना ने घरेलू बाजार में आशावाद बढ़ाया। उन्होंने कहा कि इससे आईटी सेक्टर ने बेहतर प्रदर्शन किया। इसके अलावा, उपभोग को बढ़ावा देने के लिए प्रस्तावित जीएसटी सुधार और अच्छा मानसून भी घरेलू बाजार के लिए सकारात्मक कारक बने हैं।
ब्रेंट क्रूड और एफआईआई गतिविधि
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड का भाव 0.34 प्रतिशत बढ़कर 67.96 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। एक्सचेंज आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 1,622.52 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे। उसी दिन सेंसेक्स 693.86 अंक या 0.85 प्रतिशत गिरकर 81,306.85 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 213.65 अंक या 0.85 प्रतिशत घटकर 24,870.10 पर बंद हुआ।