अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस-यूक्रेन संघर्ष को खत्म कराने के प्रयासों को अपनी बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा है कि वाशिंगटन दुनिया भर में शांति स्थापित करने की दिशा में पहले से कहीं तेज गति से काम कर रहा है। उन्होंने दावा किया कि उनकी पहल के चलते कई मोर्चों पर युद्धविराम संभव हुआ है और अब यूक्रेन में जारी लड़ाई को रोकने की कोशिशें तेज की गई हैं।

ट्रंप ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि उनकी सरकार अब तक आठ संघर्षों को समाप्त करने में सफल रही है। उन्होंने बताया कि रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करने के लिए भी लगातार कूटनीतिक प्रयास जारी हैं। ट्रंप के मुताबिक, “पिछले सप्ताह 8,000 और पिछले महीने 27,000 सैनिक मारे गए। इस त्रासदी को रोकना आवश्यक है और हम इसे समाप्त करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं।”

पुतिन का स्पष्ट संदेश—‘सुरक्षा हितों पर समझौता नहीं’

इसी बीच, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि मॉस्को अपने राष्ट्रीय सुरक्षा हितों पर किसी भी प्रकार का समझौता नहीं करेगा। यह टिप्पणी उन बातचीतों के बाद आई है, जिनमें ट्रंप के विशेष प्रतिनिधि जेरेड कुशनर और स्टीव विटकॉफ ने मॉस्को में पुतिन के अधिकारियों से लम्बी बैठक की।

करीब पांच घंटे चली इस बैठक का कोई ठोस नतीजा नहीं निकला, लेकिन पुतिन ने इसे उपयोगी बताते हुए स्वीकार किया कि सहमति तक पहुंचना आसान नहीं होगा। पुतिन ने कहा, “यह एक आवश्यक और सार्थक वार्ता थी, लेकिन किसी बिंदु पर सहमति बनाना कठिन प्रक्रिया है।”

कूटनीतिक वार्ता जारी, आगे और संवाद की संभावना

बैठक के बाद पुतिन के सलाहकार यूरी उशाकोव ने स्पष्ट किया कि वार्ता पूरी तरह गोपनीय थी और इसकी विस्तृत जानकारी सार्वजनिक नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि अभी तक किसी बड़े समझौते के संकेत नहीं मिले हैं, लेकिन संवाद जारी रखने पर दोनों पक्ष सहमत हैं।

उशाकोव के अनुसार, पुतिन ने विटकॉफ के माध्यम से कुछ महत्वपूर्ण राजनीतिक संदेश सीधे राष्ट्रपति ट्रंप तक पहुंचाने को कहा है। सलाहकार ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल अपनी रिपोर्ट ट्रंप को सौंपेगा और उसके बाद वार्ता का अगला दौर तय किया जाएगा। इससे संकेत मिलता है कि अमेरिका और रूस के बीच कूटनीतिक कोशिशें निकट भविष्य में भी जारी रहेंगी।