पुरी, अहमदाबाद और पश्चिम बंगाल में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के दौरान तीन अलग-अलग स्थानों पर भगदड़ जैसी घटनाएं सामने आईं, जिनमें दर्जनों श्रद्धालु घायल हो गए।
पुरी में 40 से अधिक श्रद्धालु घायल
ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की वार्षिक रथ यात्रा के दौरान अत्यधिक भीड़ के चलते अफरातफरी मच गई। घटना गजपति दिव्यसिंहदेव के महल के पास हुई, जहां हज़ारों श्रद्धालु रथ खींचने के लिए एकत्रित हुए थे। अचानक भीड़ में धक्का-मुक्की शुरू हो गई, जिससे भगदड़ जैसे हालात बन गए। घटना में 40 से अधिक लोग घायल हो गए। सभी को पुरी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। हालांकि, पुलिस-प्रशासन ने स्थिति पर नियंत्रण पा लिया और यात्रा आगे बढ़ाई गई। उल्लेखनीय है कि इससे पहले 2024 में भी रथ यात्रा के दौरान इसी प्रकार की घटना में एक श्रद्धालु की जान चली गई थी।
अहमदाबाद में हाथी बेकाबू, युवक घायल
गुजरात के अहमदाबाद में भी रथ यात्रा के दौरान खड़िया गोलावद क्षेत्र में हाथी के बेकाबू हो जाने से अफरातफरी मच गई। भारी भीड़ के बीच हाथी अचानक बेकाबू हो गया, जिससे मौके पर भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। चिड़ियाघर की टीम और डॉक्टरों ने मिलकर हाथी को शांत किया। इस दौरान एक युवक घायल हुआ, जिसे एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया।
पश्चिम बंगाल में 11 घायल, सांप के काटने की भी घटना
पूर्व मेदिनीपुर जिले के महिषादल में 250 वर्ष पुरानी परंपरा के तहत निकाले गए रथ यात्रा के दौरान भी हादसा हुआ। कीचड़ और बारिश के बीच जब रथ खींचा जा रहा था, उसी दौरान धक्का-मुक्की शुरू हो गई। इस घटना में करीब 11 श्रद्धालु घायल हो गए, जिनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी घायलों को बसुलिया ग्रामीण अस्पताल और तामलुक मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। जानकारी के अनुसार, भगदड़ के दौरान एक महिला को सांप ने भी काट लिया।
प्रशासन ने की अपील, बरतें सतर्कता
तीनों घटनाओं के बाद प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि रथ यात्रा के दौरान संयम और सावधानी बरतें। भारी भीड़ में अफरातफरी से बचने के लिए लोगों को प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है।