श्रीनगर जिले के करफली मोहल्ला शाल कदल इलाके में आतंकवादियों की गोलीबारी में मारे गए युवक अमृतपाल सिंह का शव गुरुवार को अमृतसर के चमियारी लाया गया। शव को देखते ही परिवार में एक बार फिर कोहराम मच गया। वहीं दूसरे युवक रोहित का शव अभी नहीं लाया गया है।
आतंकियों ने बुधवार शाम को अमृतपाल सिंह और उसके साथी रोहित पर करीब से एके 47 राइफल से फायरिंग की थी। अमृतपाल ने मौके पर ही दम तोड़ दिया जबकि रोहित की जान अस्पताल में चली गई थी। दो युवकों की मौत से अमृतसर समेत पूरे पंजाब में मातम पसर गया था।
गुरदासपुर के ठेकेदार के कहने पर गए थे श्रीनगर
31 साल का अमृतपाल कारपेंटर था और काम के लिए श्रीनगर गया था। वहीं 25 साल का रोहित मसीह पेंट का काम करता था। दोनों गुरदासपुर के ठेकेदार के कहने पर श्रीनगर गए थे।
पहले भी श्रीनगर में काम कर चुका था अमृतपाल
अमृतपाल और रोहित बचपन के दोस्त थे। जानकारी के अनुसार, अमृतपाल पहले भी श्रीनगर में कारपेंटिंग का काम कर चुका है। इस बार काम आया तो वह हेल्पर के तौर पर रोहित को साथ ले गया था। बुधवार देर रात जैसे ही दोनों की मौत की सूचना मिली, परिवारों में चीख पुकार मच गई।
मारा गया अमृतपाल सात भाई बहनों में सबसे छोटा था। वहीं रोहित की छोटी बहन ग्यारहवीं में पढ़ रही है और वह खुद बारहवीं तक पढ़ने के बाद परिवार की मदद के लिए काम में जुट गया था।