बेमौसम बारिश से किसानों की परेशानी बढ़ गई है। जहां गेहूं, सरसों और आम के साथ सब्जी की फसल में बारिश से काफी नुकसान होता दिख रहा है। बारिश के कारण बृहस्पतिवार को शहर सहित सौ से अधिक गांवों की बत्ती गुल हो गई।
बृहस्पतिवार की शाम को मौसम में अचानक बदलाव आया और तेज हवा के साथ बारिश शुरू हो गई। जिसके बाद काफी देर तक झमाझम बारिश होती रही। इससे किसानों की पहले से गिरी गेहूं की फसल में काफी नुकसान होता दिख रहा है। इससे गेहूं की पैदावार प्रभावित होगी।
वहीं सरसों की फसल भी पककर तैयार है लेकिन, बारिश के कारण उसके दाने गिर जाएंगे। बारिश के कारण आम का बोर लगातार गिर रहा है तो खीरा, तोरई, टमाटर व करेला की फसल भी बारिश से खराब होगी।
कृषि वैज्ञानिक डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि बारिश से पूर्व में गिर चुकी गेंहू की फसल में अधिक नुकसान होगा तो आम का बोर गिरने और खेतों में जलभराव होने से सब्जी की फसल प्रभावित होगी।
बारिश से शहर सहित सौ से अधिक गांवों की बत्ती गुल
बारिश के कारण बृहस्पतिवार को शहर सहित सौ से अधिक गांवों की बत्ती गुल हो गई। बारिश से पहले तेज हवा के कारण बड़ौत क्षेत्र के वाजिदपुर, गुराना, लौहडडा, बावली, रूस्तमपुर, मलकपुर, लुहारी, जौनमाना, ढ़िकाना आदि सहित 25 से अधिक गांवों की सप्लाई ठप हो गई। उधर, बागपत व रटौल विद्युत उपकेंद्र से जुड़े दस से अधिक गांवों की बत्ती गुल हो गई। बिनौली क्षेत्र के बिनौली, बरनावा, जिवाना, सिरसली, जौहड़ी, तितरौदा, बड़ावद, धनोरा सिल्वरनगर, अग्रवाल मंडी टटीरी कस्बा, अमीनगर सराय बिजिलीघर व सिंघावली अहीर उपकेंद्र, डोला उपकेंद्र, पिलाना उपकेंद्र, फतेहपुर, तितरोदा फीडर से जुड़े करीब 50 गांवों की आपूर्ति ठप हो गई। खेकड़ा क्षेत्र फखरपुर, फिरोजपुर, मुबारकपुर, बसी, सुन्हेडा, साकरोद, सुभानपुर, डूंडाहेड़ा, हसनपुर मसूरी गांव की बिजली आपूर्ति ठप हो गई।