आगरा। आगरा में मौत की मॉकड्रिल करने वाले अस्पताल पर प्रशासन ने शिकंजा कस दिया है। मंगलवार को डीएम ने अस्पताल पहुंचकर वायरल वीडियो की हकीकत जानी और अस्पताल को सील कराते हुए मालिक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। डीएम ने अस्पताल में काम करने वाले सभी कर्मचारियों को बाहर निकाल दिया था।
यह हुआ था मामला
सोमवार को आगरा के पारस हॉस्पिटल के मालिक डॉ. अरिंजय जैन के तीन वीडियो वायरल हुए थे। जिसमें अस्पताल के मालिक का मरीजों की आॅक्सीजन बंद कर मॉकड्रिल की गई थी, इसमें पांच मिनट के अंदर 22 लोगों की मौत हुई थी जबकि अस्पताल में कुल 96 मरीज भर्ती थे। वीडियो वायरल होने के बाद मंगलवार को डीएम प्रभु एन सिंह और एसएसपी मुनिराज भगवान टॉकीज स्थित पारस हॉस्पिटल पहुंच गए। डीएम ने हॉस्पिटल को सील करने के साथ ही संचालक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। अस्पताल में 50 से अधिक भर्ती मरीजों को दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट करने के लिए सीएमओ को निर्देशित किया है। डीएम का कहना है कि यदि कोई भी तीमारदार ऑक्सीजन से हुई मौतों की शिकायत करेगा तो इसकी जांच कराई जाएगी। हॉस्पिटल संचालक पर अलग से मुकदमा भी दर्ज कराया जा सकता है।
ये थे वायरल वीडियो
वायरल वीडियो में अस्पताल के संचालक डॉ. अरिंजय जैन आॅक्सीजन सप्लायर से कह रहे हैं कि बॉस कत्ल की रात है, आक्सीजन कांड हो गया। सुबह तक का माल है। मोदीनगर ड्राई हो गया, गाजियाबाद ड्राई हो गया, दिल्ली से गाड़ी आ नहीं रही, माल नहीं आ पाएगा। कैसी बातें कर रहे हो। मजाक सा कर रहे हो। मुख्यमंत्री भी नहीं मंगा सकते आक्सीजन। 96 मरीज भर्ती थे और 12 घंटे का समय। सप्लायर ने कहा साहब मरीजों को डिस्चार्ज करो। ऑक्सीजन कहीं नहीं है, मुख्यमंत्री नहीं मंगा सकते आॅक्सीजन। लोगों को समझाना शुरू किया, भाई समझो बात को, मैंने कहा अब कोई नहीं जा रहा, सब सो जाओ। अब वो छांटो जिनकी आक्सीजन बंद हो सकती है, एक ट्रायल मार दो एक मॉकड्रिल कर के देख लेते हैं, समझ जाएंगे कौन सा मरेगा और कौन सा नहीं मरेगा। सुबह सात बजे माकड्रिल हुई, ये किसी को पता नहीं है। छंंट गए 22 मरीज छंंट गए, ये मरेंगे। नीले पड़ने लगे। 74 बचे, इन्हें टाइम मिल जाएगा और बचा लेंगे इसके बाद तीमारदारों से कहा अपना अपना सिलेंडर लाओ।