मोरना। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत मत्स्य संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए आयोजित रिवर रेंचिंग कार्यक्रम में राष्ट्रीय मत्स्यिकी बोर्ड की टीम ने शुकतीर्थ गंगा और सोलानी नदी में कुल दो लाख मछली के बच्चों का प्रवास कराया।
शुकतीर्थ गंगा घाट पर आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी कमल किशोर कंडारकर देशभूषण ने कहा कि जल और पर्यावरण संरक्षण को लेकर कई कदम उठाए जा रहे हैं। इसी दिशा में गंगा और सोलानी के जल में मछलियों के बच्चों का छोड़ना एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. वीरपाल निर्वाल ने बताया कि प्रदेश सरकार जलीय जीव-जंतुओं और वन्य जीवों के संरक्षण के साथ-साथ जैव विविधता बढ़ाने के लिए गंभीर प्रयास कर रही है। इस अवसर पर सहायक निदेशक (मत्स्य) डॉ. अनीता टमटा ने कहा कि शुकतीर्थ गंगा घाट पर भारतीय मछलियों की तीन प्रजातियों के बच्चों को छोड़ा गया, ताकि नदी की जैव विविधता में वृद्धि हो।
कार्यक्रम में ब्लॉक प्रमुख अनिल राठी, रामकुमार शर्मा, अरुण पाल, पंकज माहेश्वरी, प्रदीप निर्वाल, सुरेंद्र सिंह, देवेंद्र आर्य सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।