उत्तराखंडः पिथौरागढ़ के जुम्मा गांव में बादल फटा, 3 बच्चों की मौत, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

उत्तराखंड के तहसील धारचूला और नेपाल गांव में एक साथ बादल फटने से भारी तबाही की खबर है. धारचूला तहसील से 12 किमी दूर कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग से लगे जुम्मा गांव का संपर्क कट गया है. सर्वाधिक तबाही इसी गांव में मची है, जिसमें नौ लोग लापता बताए जा रहे हैं. जबकि कई मकान क्षतिग्रस्‍त हो गए हैं. दो लोगों के मौत की खबर है और पांच लोग मलबे में दबे हैं. उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट कर ये जानकारी दी है. आपदा राहत और बचाव का कार्य जारी है.

इस घटना में अबतक कई लोग लापता बताए जा रहे हैं. इस बड़े प्राकृतिक आपदा में राहत बचाव के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ मौके को रवाना हो चुकी है.

बादल फटने से धाराचूला तहसील और नेपाल गांव के दर्जनों घर जमीदोंज हो गए हैं, जबकि जुम्मा गांव के पास भूस्खलन की वजह से 2 लोगों की दुखद मौत हो गई है. 5 अन्य की मलबे में दबे होने की खबर है. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जिलाधिकारी से बात की और रेस्क्यू मिशन तेज करने का निर्देश दिया है.

एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, राजस्व दल मौके को रवाना हो चुका हैं. हाइवे सहित सभी पैदल मार्ग बंद होने से गांव तक पहुंचना मुश्किल हो गया है.

नेपाल के सिरबगड़ में बादल फटने से आए मलबे से काली नदी का प्रवाह रोक दिया है, जिसके चलते धौलीगंगा जल विद्युत परियोजना के प्रशासनिक कार्यालय और कॉलोनी तक काली नदी का पानी जमा हो गया है. इस कॉलोनी में रहने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों ने दहशत के साए में तीन मंजिला भवन की छत पर रात गुजारी.

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