आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने बड़ी घोषणा की है। उन्होंने कहा कि विशाखापट्टनम आने वाले समय में राज्य की राजधानी होगी। रेड्डी ने दिल्ली में एक कार्यक्रम में शिरकत की। जिसके बाद उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ” मैं आप सभी को विशाखापट्टनम आमंत्रित करता हूं, जो गत कुछ दिनों में आंध्र प्रदेश की राजधानी होगी। मैं भी अगले कुछ महीनों में विशाखापट्टनम में शिफ्ट हो जाऊंगा।”
रेड्डी ने कहा, “इस साल 3 और 4 मार्च को विशाखापट्टनम में एक वैश्विक शिखर सम्मेलन का आयोजित होगा। मैं आप सभी को व्यक्तिगत रूप से इस शिखर सम्मेलन में आमंत्रित करता हूं।” उन्होंने विदेशी और घरेलू निवेशकों से आग्रह किया कि वे आंध्र प्रदेश में आकर व्यापार करें।
2015 को अमरावती बनीं थी राजधानी
बता दें कि 23 अप्रैल, 2015 को आंध्र सरकार ने अमरावती को अपनी राजधानी घोषित किया था। फिर 2020 में, राज्य ने तीन राजधानी शहर बनाने की योजना बनाई।
जिनमें अमरावती, विशाखापत्तनम और कुरनूल शामिल थे। रेड्डी पहली ही विशाखापट्टनम को राज्य प्रशासन की सीट के रूप में प्रस्तावित करने का ऐलान कर छूके हैं। उनके मुताबिक राज्य का भविष्य डिसेंट्रलाइज्ड डेवलपमेंट में है। मुख्यालय के रूप में यह राज्य के राज्यपाल का आधार भी होगा, जबकि विधायिका अमरावती से कार्य करेगी। उन्होंने कहा था कि 1956 में तत्कालीन मद्रास राज्य से आंध्र के अलग होने के बाद हाई कोर्ट को कुरनूल ले जाया जाएगा, जो कभी राजधानी हुआ करता था।