पश्चिमी देश यूक्रेन को बर्बादी की तरफ धकेल रहे हैं: पुतिन

रूस-यूक्रेन युद्ध में एक तरफ रूस यूक्रेन पर जबरदस्त हमले कर उसकी कमर तोड़ने में लगा है, तो पश्चिमी देश यूक्रेन को मारक हथियारों की सप्लाई करके रूस को रोकने में लगे हैं. आए दिन खबरें आ रही हैं कि पश्चिमी देशों ने यूक्रेन को ये खतरनाक हथियार सप्लाई किये हैं. ऐसे में यूक्रेन युद्ध रूस के नजरिए से लंबा खिंचता जा रहा है. जिसके बाद अब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) ने पश्चिमी देशों को चेतावनी दी है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पश्चिमी देशों को धमकाते हुए कहा है कि वो यूक्रेन को हथियारों की सप्लाई करके उसे गहरी बर्बादी की तरफ ढकेल रहे हैं. 

व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) की ताजी धमकी उन खबरों के बाद आई हैं, जिसमें रूस से लड़के के लिए ब्रिटेन, अमेरिका, जर्मनी ने यूक्रेन को घातक हथियारों की आपूर्ति की है, जिसमें हार्पून मिसाइलें तक शामिल है. रूस के राष्ट्रपति ने सीधे तरीके से अपनी बात रखी है और कहा है कि यूक्रेन इस युद्ध को जितना लंबा खींच रहा है, वो रूसी सेना के कहर का उतरा ही सामना करेगा. इसका मतलब है कि यूक्रेन की तबाही और ज्यादा होगी. पश्चिमी मीडिया आउटलेट ने एएफपी ने रिपोर्ट दी है कि व्लादिमीर पुतिन ने सीधे-सीधे जर्मनी और फ्रांस यूक्रेन को ऐसे घातक हथियारों की सप्लाई कर उसे तबाही की तरफ ढकेल रही है. इससे हालात सुधरने की जगह और बिगड़ेंगे.

यूक्रेन ने माना, डेनमार्क-अमेरिका से मिलने लगे भारी हथियार

बता दें कि यूक्रेन को डेनमार्क (Denmark) से हार्पून एंटी-शिप मिसाइलें और संयुक्त राज्य अमेरिका से स्व-चालित हॉवित्जर मिलना शुरू हो गया है. डेनमार्क और अमेरिका यूक्रेन को जंग लड़ने के लिए यह सैन्य उपकरण दिया है. यूक्रेनी रक्षा मंत्री ओलेक्सी रेजनिकोव ने शनिवार को कहा, हथियार रूस के आक्रमण से लड़ने वाली ताकतों को मजबूत करेंगे. यूक्रेनी रक्षा मंत्री रेजनिकोव ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा कि, “हमारे देश की तटीय रक्षा को न केवल हार्पून मिसाइलों द्वारा मजबूत किया जाएगा-उनका उपयोग प्रशिक्षित यूक्रेनी टीमों द्वारा किया जाएगा.” उन्होंने कहा कि हार्पून एंटी शिप मिसाइलों को ओडेसा के दक्षिणी बंदरगाह सहित देश के तट की रक्षा में यूक्रेनी नेप्च्यून मिसाइलों के साथ संचालित किया जाएगा. 24 फरवरी को यूक्रेन पर आक्रमण शुरू करने के बाद, रूस ने यूक्रेनी बंदरगाहों की नौसैनिक नाकाबंदी लगा दी, जिससे महत्वपूर्ण अनाज निर्यात में बाधा उत्पन्न हुई. इसने यूक्रेन के खिलाफ मिसाइल हमले शुरू करने के लिए अपने काला सागर बेड़े का भी इस्तेमाल किया है, जिसे तब से पश्चिमी सैन्य सहायता प्राप्त करना शुरू हो गया है.

अमेरिका दे रहा ट्रेनिंग, हथियार भी मुहैया कराएगा

रेज़निकोव ने कहा कि हार्पून मिसाइलों की आपूर्ति कई देशों के बीच सहयोग का परिणाम थी, उन्होंने कहा कि डेनमार्क से डिलीवरी “हमारे ब्रिटिश मित्रों की भागीदारी के साथ” हुई. अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने सोमवार को कहा कि डेनमार्क यूक्रेन को एक हार्पून लॉन्चर और मिसाइल मुहैया कराएगा. रेज़निकोव ने कहा कि यूक्रेन को भारी तोपखाने के टुकड़े भी मिले हैं, जिसमें संशोधित यूएस-निर्मित M109 स्व-चालित हॉवित्जर शामिल हैं जो यूक्रेनी सेना को लंबी दूरी से लक्ष्य पर हमला करने की अनुमति देंगे. पिछले महीने, एक वरिष्ठ अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने कहा कि अमेरिकी सेना ने हॉवित्जर तोपखाने का उपयोग करने के लिए कम संख्या में यूक्रेनी सैनिकों को प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया था, यह कहते हुए कि प्रशिक्षण यूक्रेन के बाहर आयोजित किया जा रहा था.

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