बेटे ने नहीं लिया केस वापस तो आरोपियों ने मां को बुरी तरह पीटा, इलाज के दौरान मौत

गुजरात के भावनगर में चार लोगों ने कथित तौर पर 45 साल की एक दलित महिला की हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि महिला के बेटे ने तीन साल पहले अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत आरोपियों के खिलाफ दर्ज कराए गए मामले को वापस लेने से इनकार कर दिया था। इसी का बदला लेने के लिए आरोपियों ने महिला की हत्या कर दी। 

स्टील के पाइप से हमला
पुलिस उपाधीक्षक आरआर सिंघल ने बताया कि शैलेश कोली, रोहल कोली और उनके दो अज्ञात साथियों ने गीताबेन मारू पर स्टील के पाइप से हमला कर दिया, जिससे इलाज के दौरान सोमवार को उनकी मौत हो गई। अधिकारी ने बताया कि चारों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। 

परिवार ने मचाया हंगामा
सिंघल ने बताया कि रविवार रात मारू की शिकायत पर शैलेश कोली, उसके दोस्त रोहल कोली और उसके दो अज्ञात सहयोगियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। वहीं दूसरी ओर, मारू के परिवार और स्थानीय दलित नेताओं ने भावनगर के सर तख्तसिंहजी जनरल अस्पताल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने तब तक शव लेने से इनकार कर दिया जब तक सभी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर लिया जाता।

प्राथमिकी में कहा गया है कि आरोपियों ने स्टील के पाइप से मारा, जिससे महिला को कई चोटें आईं। वहीं, आरोपियों ने मारू के पति और बेटी को भी धमकी दी, जिससे उन्हें वहां से भागने के लिए मजबूर होना पड़ा।

लॉकडाउन के दौरान का मामला
कांग्रेस सांसद जिगनेश मेवानी ने कहा कि कोरोना लॉकडाउन के दौरान भावनगर जिले के एक युवक गौतम मारू पर असामाजिक तत्वों ने हमला कर दिया था। इसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। जैसे ही मामला अदालत में पहुंचा तो आरोपियों ने शिकायतकर्ता को समझौते के लिए धमकाना शुरू कर दिया। हालांकि, गौतम के परिवार ने इससे साफ इनकार कर दिया।

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