रांची : झारखंड में कक्षा 12वीं बोर्ड की परीक्षा होनी चाहिए या नहीं. यह जानने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने अभिभावकों की राय मांगी है. उन्होंने ट्विटर पर एक पोस्ट ट्वीट करते हुए कहा कि झारखंड में 12वीं बोर्ड की परीक्षा (Jharkhand Intermediate Exam 2021) को लेकर 12वीं में पढ़ने वाले बच्चों, अभिभाकों और शिक्षकगण अपनी राय दें कि प्रदेश में 12वीं बोर्ड की परीक्षा कैसे ली जाए.
हेमंत सोरेन ने ट्वीट किया कि प्रदेश के कक्षा बारहवीं में पढ़ने वाले सभी बच्चों के अभिभावक, अध्यापकों और खुद छात्रों से इस वर्ष इंटरमीडिएट बोर्ड की परीक्षा पर राय जानना चाहता हूं. उन्होंने आगे लिखा कि कृपया अपना बहुमूल्य सुझाव कमेंट कर साझा करें. इससे मुझे भारत सरकार के साथ होने वाली बैठक में राय और दिक्कतों को बेहतर ढंग से रखने में मदद मिलेगी.