जम्मू-कश्मीर में सफेद कॉलर सिंडिकेट का भंडा फूटा, 5 लोग गिरफ्तार

जम्मू और कश्मीर पुलिस ने रविवार को कहा कि उसने एक सफेद कॉलर आतंकवादी सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है जो राजनीतिक नेताओं, सरकारी अधिकारियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और पत्रकारों को धमकी देता था और विभिन्न आतंकवादी समूहों के लिए लक्ष्यों की पहचान करता था. मोहम्मद अकबर सोफी, सचिव श्रीनगर नगर निगम (एसएमसी), उनकी बेटी वकील नजीश यासरब रहमान, उनके बेटे तबीश अकबर रहमान, एपीरजादा रफीक मखदूमी और जावेद खालिद सहित पांच लोगों को सिंडिकेट चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. विजय कुमार, आईजीपी (कश्मीर) ने कहा, कश्मीर फाइट डॉट वर्ल्डप्रेस डॉट कॉम एक सफेद कॉलर आतंकवादी सिंडिकेट द्वारा चलाया जा रहा था, जिसका काम सरकारी कर्मचारियों, पत्रकारों, सामाजिक कार्यकतार्ओं, वकीलों और राजनीतिक पदाधिकारियों की रणनीतिक हिट सूची तैयार करना था, सिंडिकेट द्वारा जिन वकीलों और राजनीतिक पदाधिकारियों का मूल्यांकन किया गया था, वे पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी कार्यक्रम को बनाए रखने के उद्देश्य को नुकसान पहुंचाने के लिए जिम्मेदार थे.

उन्होंने आगे बताया कि समूह की गिरफ्तारी और बड़ी संख्या में डिजिटल उपकरणों की खोज और डेटा के विश्लेषण के साथ, यह उम्मीद की जाती है कि पत्रकार शुजात बुखारी, अधिवक्ता बाबर कादरी और व्यवसायी सतपाल निश्चल की हत्या के पीछे साजिश इसी की रही होगी. कश्मीर फाइट डॉट वर्ल्डप्रेस डॉट कॉम ने एक मोडस ऑपरेंडी तैयार की थी, जिसमें पीड़ित का नाम पहली बार प्रकाशित किया गया था, उसे विस्तृत औचित्य देते हुए प्रोफाइल किया गया था कि वह कैसे और क्यों उग्रवादियों के लिए एक वैध लक्ष्य है.

आईजीपी ने कहा कि श्रीनगर में सनत नगर और राज बाग, हजरतबल में बटपुरा, पुंछ, जम्मू और पुलवामा में हवाल सहित कई स्थानों पर इन पांच लोगों से संबंधित घरों और संपत्तियों की तलाशी ली गई. आईजीपी ने कहा कि संदिग्ध परिसरों की तलाशी के दौरान, बड़ी संख्या में सेल फोन, डिजिटल स्टोरेज डिवाइस और कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म बरामद किए गए. अकेले एक घर से, 32 मोबाइल फोन, एक टैबलेट, दो लैपटॉप, चार हार्ड डिस्क स्टोरेज डिवाइस, सात मेमोरी कार्ड और एक डोंगल जब्त किया गया है.

पुलिस ने कहा कि जम्मू संभाग के पुंछ जिले के जावेद खालिद सोफी की बेटी के मंगेतर हैं और सोफी की करीबी मखदूमी ने एसएमसी चुनाव लड़ा था, लेकिन वह असफल रही थीं.  पुलिस ने कहा, सोफी एक पूर्व उग्रवादी है, जो एसएमसी में नौकरी पाने में कामयाब रहा और भ्रष्टाचार के आरोपों और आय के ज्ञात स्रोतों से बड़ी संपत्ति के संचय के बावजूद निगम का सचिव बन गया.

विडंबना यह है कि अपने हाई प्रोफाइल संपर्कों के कारण, सोफी को हाल ही में रियल हीरो अवार्ड 2021 मिला, जिसे एनडीए के चिराग पासवान की अध्यक्षता वाले संसद सदस्यों द्वारा प्रस्तुत किया गया था. अक्टूबर 2020 में, पुलिस द्वारा 27 पत्रकारों और 12 राजनीतिक कार्यकर्ताओं को धमकाने का मामला दर्ज किया गया था, जिनके नाम कश्मीरफाइट ब्लॉग में प्रकाशित किए गए थे. इस साल मई में, उसी ब्लॉग के खिलाफ पत्रकारों और राजनीतिक कार्यकर्ताओं सहित दर्जनों लोगों को धमकाने के लिए एक और मामला दर्ज किया गया था, जिनके नाम कश्मीरफाइट ब्लॉग में प्रकाशित हुए थे.

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