महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में भारतीय मुक्केबाजों का शानदार प्रदर्शन जारी है। निकहत जरीन, नीतू घणघस, लवलीना बोरगोनहेन और स्वीटी बोहरा ने फाइनल में जगह बना ली है। 50 किलोग्राम भारवर्ग में निकहत जरीन ने सेमीफाइनल मैच में कोलंबिया की इनग्रिड वैलेंसिया को हराया। वहीं, नीतू घणघस ने कजाखस्तान की अलुआ बल्किबेकोवा को मात दी। लवलीना ने 75 किग्रा भारवर्ग के सेमीफाइनल में चीन की ली कुआन को मात दी। स्वीटी ने 81 किलोग्राम भारवर्ग के सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया की एमा ग्रीनटी को पराजित किया।
इस प्रतियोगिता में कम से कम चार भारतीय मुक्केबाजों ने अपने पदक पक्के कर लिए हैं। निकहत, लवलीना नीतू और स्वीटी ने फाइनल में जगह बनाकर कम से कम रजत पदक पक्का किया है। नीतू घणघस 48 किग्रा भारवर्ग, निकहत जरीन 50 किग्रा भारवर्ग, लवलीना बोरगोनहेन 75 किग्रा और स्वीटी बूरा 81 किग्रा भारवर्ग में भाग ले रही हैं।
ये खिलाड़ी हो चुकी हैं बाहर
भारत की साक्षी चौधरी 52 किग्रा भारवर्ग के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में चीन की यू वू से हार गईं थी और प्रतियोगिता से बाहर हो चुकी हैं। वहीं 2022 की कांस्य पदक विजेता मनीषा मौन 57 किग्रा भारवर्ग के क्वार्टर फाइनल में फ्रांस की अमीना जिदानी से हार गईं। जैसमीन को 60 किग्रा भारवर्ग में कोलंबिया की पाओलो वाल्डेज से हार का सामना करना पड़ा, जबकि नूपुर को 81 किग्रा से अधिक के भारवर्ग में कजाकिस्तान की लज्जत कुंगेबायेवा से 4-3 से हराया। ये सभी मुक्केबाद हार के साथ प्रतियोगिता से बाहर हो चुकी हैं।