मुजफ्फरनगर। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस मिशन 2022 की तैयारी में जमीनी स्तर पर तैयारी में जुटी हुई है, बृहस्पतिवार को मुजफ्फरनगर पहुंचे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के साथ अंसारी रोड स्थित बैंकट हॉल में एक समीक्षा बैठक का आयोजन किया। जहाँ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने दावा करते हुए कहा इस बार प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी, एनसीआरबी की रिपोर्ट में यह सरकार फैलियर हो चुकी है यूपी में लूट, हत्या, बलात्कार जैसे अपराध अपनी चरम सीमा पर है, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी की संदिग्ध मौत पर दुख जताते हुए उनकी हत्या करने का दावा करते हुए सीबीआई से हाईकोर्ट की देखरेख में उनकी मौत की जांच कराने की मांग की।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने मीडिया से बात करते हुए कहा किसानों के साथ कांग्रेस पार्टी कल भी थी आज भी है और आगे भी रहेगी और कांग्रेस पार्टी ने किसानों के साथ खड़ा होकर संघर्ष करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि सपा और बसपा पार्टी तो चुनाव लड़ने के लिए आई है यह चुनाव लड़ेंगे और फिर वापस घर के अंदर चले जाएंगे। कांग्रेस पार्टी सड़क पर लड़ रही है मुझे खुशी है इस बात का कि सरकार के दमन के खिलाफ, जुर्म के खिलाफ किसानों की आवाज को लेकर, महिलाओं की आवाज को लेकर, बेरोजगारी के सवाल को लेकर, महंगाई के सवाल को लेकर, कांग्रेस के कार्यकर्ता 3 दिन से लेकर 3 महीने तक 20,000 से अधिक कार्यकर्ताओं ने जेल की यात्राएं सही है लाठी खाई है अबकी बार कांग्रेस की बारी है, परिवर्तन ही संकल्प है कांग्रेस ही विकल्प है। उन्होंने कहा कि अभी एनसीआरबी की रिपोर्ट आई है जिसमें यह सरकार अपराध पर फैलियर है लूट में नंबर 1 हत्या में नंबर 1, डकैती में नंबर 1, छिनैती में नंबर 1 यह सरकार फेल हो चुकी है, डबल इंजन की सरकार अब जाने वाली है, मुख्यमंत्री जी जाइए आपका गोरखपुर आपका इंतजार कर रहा है आपको मठ में ही जगह मिलेगी। उत्तर प्रदेश में आपको अब जगह नहीं मिलेगी, अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी की हत्या पर अजय लालू ने दुख प्रकट किया, वहीं उन्होंने कहा भारतीय जनता पार्टी अभी से कयास लगाने लगी कि आत्महत्या हुई है, कई सारे सवाल है उसमें सबसे बड़ा सवाल यह है कि अगर कोई व्यक्ति जब आत्महत्या करेगा तो वह कहीं ना कहीं स्टूल या कोई चीज रखेगा जहां से उनका शव मिला ना ही स्टूल था ना ही कोई चढ़ने का उपकरण, जिस कमरे में वो रात को सोते थे वह वहां नहीं मिले। जिस कमरे में वह लोगों से मिलते थे वहां पाए गए हैं, आखिरकार कौन था जो उनसे मिलने आने वाला था। दूसरा सबसे बड़ा सवाल जब उनका शव टंगा हुआ मिला तो ऐसी कौन सी जल्दी बाजी थी, कि उनके शव को बिना पुलिस के आए ही नीचे उतार दिया गया, उनकी उंगली खराब थी जैसा कि उनके भक्त जनों ने बताया आखिरकार ऐसा कौन सा कारण था कि यह दर्शाया गया कि 7 पृष्ठ का उन्होंने आत्महत्या नोट दिखाएं, जब उनकी उंगली खराब थी तो कौन वह नोट लिखा गया है यह भी एक जांच का विषय है, पूरे साधु संत और समाज और उनके जो अनुयाई है वह यह मांग कर रहे हैं कि इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए। कांग्रेस पार्टी भी यह मांग करती है इसकी सीबीआई जांच हो। हाई कोर्ट के जज के डिवीजन की देखरेख में सिटिंग जज के देखरेख में इसकी सीबीआई जांच हो।