कांग्रेस के गुरुघंटाल के चेले-चेलियां !

राजीव गांधी के प्रधानमंत्रित्व काल में उनके अति विश्वसनीय कहे जाने वाले लोगों में सैम पित्रोदा का नाम शीर्ष पर था। पित्रोदा राजीव गांधी के निजी सलाहकार या राजीव सरकार के नीतिकार भी माने जाते थे। पित्रोदा की सलाह पर राजीव गांधी ने कुछ ऐसे अच्छे कदम उठाये जिनका देश पर रचनात्मक प्रभाव पड़ा। पित्रोदा की सलाह से राजीव गांधी ने देश में पी.सी.ओएस का जाल बिछवाया और दूर संचार क्षेत्र में निजी कंपनियों का प्रवेश कराया। सरकार का डाक तार विभाग बेदम होता चला गया और बड़ी व्यावसयिक कंपनियां- रियालंस, एयरटेल, वोडाफोन आदि देशभर में अपने नेटवर्क का विस्तार करके हवा में से नोटों की बरसात करने लगे। कांग्रेस इसे राजीव गांधी की संचार क्रांति बताती है लेकिन उनके गुरु अथवा सलाहकार को इसका श्रेय नहीं देना चाहती।

सैम पित्रोदा दीर्घकाल तक नेपथ्य में रहे। राजीव गांधी की दुःखद मृत्यु के बाद कांग्रेस की नीति व राजनीति से उनका नाम गायब सा दिखने लगा लेकिन ऐसा नहीं था। उनका सोनिया गांधी परिवार से निजी संबंध पूर्ववत बना रहा और पित्रोदा ओवरसीज़ कांग्रेस नाम से राहुल गांधी के लिए विदेशों में प्लेटफार्म बनाने में जुटे रहे। राहुल गांधी की प्रेस कांफ्रेंसों, गोष्ठियों, बैठकों का विदेशों में आयोजन सैम पित्रोदा ही करते हैं।

इसमें तो कोई ऐतराज नहीं किन्तु विदेशों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बढ़ती लोकप्रियता और प्रतिष्ठा से सैम पित्रोदा परेशान हैं। वे मोदी की निन्दा करते-करते भारत की निन्दा पर उतर आते हैं। विदेशों में भारत विरोधियों और मोदी विरोधी पत्रकार लॉबी के सम्पर्क में रहकर भारत सरकार की तमाम नीतियों के विरुद्ध वातावरण तैयार करते हैं। इस काम में वे राहुल गांधी को आगे कर अपना एजेंडा चलाते हैं।

विदेश यात्राओं में सैम पित्रोदा से निर्देशित राहुल गांधी भारतीयमूल के एनआरआई, छात्रों, व्यवसायियों के बीच जा कर ज़हर उगलते हैं। आत्मप्रचार में कभी-कभी मर्यादा की सीमा को भी लांघ जाते हैं। इस कुप्रचार का कुछ-कुछ प्रभाव भी पड़ता है। 13 अप्रैल, 2024 को अमेरिका के कैलिफ़ोर्निया प्रान्त के बेकर्सफील्ड शहर की नगरपालिका की बैठक में रिद्धि पटेल नामक भारतीय मूल की दिग्भ्रमित लड़की ने मेयर करेन गोह सहित सभी पार्षदों को हत्या की धमकी दे दी। वह फ़िलिस्तीन के समर्थन में नारे लगा रही थी। भारत में ऐसा होता तो मीडिया तथा कथित सेक्यूलरवादी उसे खूब महिमामंडित करते लेकिन हत्या की धमकी देने वाली रिद्धि पटेल को अमेरिकी पुलिस ने फौरन गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इसी प्रकार अमेरिका के न्यूयार्क शहर में इजराइल विरोधी भाषण देते हुए 26 अप्रैल को भारतीय मूल की छात्रा अचिंत्य शिवलिंगन को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

सैम पित्रोदा भारत विरोधी तमाम एनजीओ, संगठनों व विदेशी मीडिया के सम्पर्क में रह कर ‌भारत सरकार की आंतरिक तथा विदेशनीति के विरुद्ध वातावरण बनाते हैं। ब्रिटेन व अमेरिका तथा अन्य देशों के विश्वविद्यालयों के छात्र-छात्राओं की बैठकों में राहुल गांधी के विरोधाभाषी, गुमराह-कुन व प्रचार से नयी उम्र के भारतीय छात्र-छात्रायें भ्रमित होते हैं और उन्हें जेल की हवा खानी पड़‌ती है। कांग्रेस के लिए यह पित्रोदा व राहुल की उपलब्धि है।

गोविन्द वर्मा
संपादक ‘देहात’

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