‘मनी हाइस्ट’ स्टाइल में पाकिस्तान की संसद में पड़ी ‘डकैती’

नेटफ्लिक्स की प्रसिद्ध वेब सीरीज ‘मनी हाइस्ट’ की तर्ज पर पाकिस्तान में एक बड़ी ‘डकैती’ हुई है। खास बात यह है कि यह डकैती किसी आम छोटी-मोटी जगह नहीं, बल्कि वहां की संसद (नेशनल असेंबली) में हुई है और वो भी दिनदहाड़े। पाकिस्तान में इस ‘डकैती’ की खासी चर्चा हो रही है। यहां तक कि वहां के सांसद भी सकते में हैं। पाकिस्तान नेशनल असेंबली के स्पीकर ने तो सरेआम हुई इस ‘डकैती’ को लेकर जांच भी बिठा दी है। भुखमरी का शिकार पाकिस्तान इन दिनों आटे के लिए भी तरस रहा है। पाकिस्तान में भिखारियों की संख्या बढ़ रही है, जिससे लूटपाट, चोरी-डकैती के मामले बढ़ रहे हैं। यहां तक कि पाकिस्तान के रक्षा मंत्री भी इस पर चिंता जता चुके हैं।   विज्ञापन

‘डकैतों’ ने पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में सिक्योरिटी को मात देकर वहां के सांसदों के जूते-चप्पल चुरा लिए हैं। इस चोरी के बाद पाकिस्तान की असेंबली में हड़कंप मच गया। हुआ कुछ यूं कि शुक्रवार को जुम्मे की नमाज की नमाज थी और नेशनल असेंबली के स्टाफ समेत पाकिस्तान की टॉप पॉलिटिशियंस भी नमाज पढ़ने के लिए असेंबली के परिसर में बनी मस्जिद में जाते हैं। शुक्रवार को जब वे लोग नमाज पढ़ कर वापस लौटे, तो मस्जिद के दरवाजे से 20 जोड़ी से जयादा जूते-चप्पल उड़ा लिए। संसद परिसर से रहस्यमय तरीके से जूते-चप्पल गायब होने पर सुरक्षाकर्मी अपना सिर खुजलाते रह गए। 

नेशनल असेंबली के स्पीकर ने दिए जांच के आदेश
इस्लामाबाद की प्रसिद्ध पत्रकार और एंकर तंजीला मजहर भी इस घटना पर मुस्कुराए बिना नहीं रह सकीं। अमर उजाला से खास बातचीत में उन्होंने बताया कि इस मामले में नेशनल असेंबली के स्पीकर ने सरदार अयाज सादिक ने तुरंत हस्तक्षेप करते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं। मजहर के मुताबिक शुक्रवार को संसदीय कर्मचारियों समेत कुछ नेता भी शुक्रवार की नमाज के लिए संसद परिसर में बनीं मस्जिद में एकत्र हुए थे। जब वे वापस लौटे तो कम से कम 20 जोड़ी जूते-चप्पल गायब थे। वह बताती हैं कि उन्हें चोरों की इस हरकत पर शर्मिंदगी भी महसूस हो रही थी और गुस्सा भी आ रहा था कि पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में अब ये वक्त भी देखना पड़ेगा कि जब वे नंगे पैर घर वापस जाएंगे। 

सीसीटीवी से पकड़ा जाएगा चोर
तंजीला मजहर कहती हैं कि हालांकि ये स्पष्ट नहीं है कि जूते चोरी केवल स्टाफ के हुए हैं या किसी नेता के भी। पिलहाल इस वाकये के बाद संसद में हड़कंप मचा हुआ है। इस घटना की स्पीकर से शिकायत की गई और उन्होंने इसे गंभीर चूक मानते हुए संयुक्त सचिव प्रशासन और सार्जेंट एट आर्म्स को घटना की जांच का जिम्मा सौंपा है। अभी तक कि जांच में जो पता चला है कि चोरी के समय वहां सुरक्षाकर्मी गायब मिले। तंजीला का कहना है कि संसद भवन में चारों तरफ सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, और चोर जरूर पकड़ा जाएगा। हालांकि वह इससे इंकार नहीं करतीं कि यह किसी की शरारत भी हो सकती है। क्योंकि पाकिस्तान की संसद में आने वाले हर गेस्ट की सख्त चेकिंग होती है और उसका रिकॉर्ड रखा जाता है। हो सकता है कि यह किसी पार्लियामेंट्री गेस्ट का काम हो। वह कहती हैं कि उन्होंने मस्जिदों के बाहर जूते चोरी के मामले तो बहुल सुने हैं, लेकिन संसद में ऐसी चोरी-डकैती पहली बार सुनी है। हाल ही में पाकिस्तान में एक इमाम साहब के जूते चोरी हो गए गए थे, जब वे नमाज पढ़ा रहे थे।विज्ञापन

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने भी पीटा माथा 
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा एम आसिफ ने देश में बढ़ती भिखारियों की संख्या को लेकर चिंता जताई थी। उन्होंने इसे भिखारी माफियाओं का काम बताया था। वह कहते हैं कि उनके देश ने इनके खिलाफ एक अवेयरनेस कैंपेन भी चलाया है, जिसमें बड़े क्रिकेट स्टार भी जुड़ रहे हैं। जैसे ही शहर में कोई भिखारी दिखाई देता है, तो उसकी सूचना तुरंत पुलिस को दे दी जाती है। अपनी एक्स पोस्ट में वे लिखते हैं, पाकिस्तान में भीख मांगना एक बड़ा व्यवसाय बन गया है। लगभग 10 फीसदी आबादी इस धंधे से जुड़ी है।

यह गर्व की बात है कि हम बड़ी संख्या में भिखारियों का निर्यात भी करते हैं। इस व्यवसाय में बड़े-बड़े अमीर ठेकेदार भिखारियों को काम देते हैं और अगर भिखारियों को गिरफ्तार कर लिया जाता है, क्योंकि यह गैरकानूनी काम है, तो उनकी जमानत के लिए बड़े-बड़े वकील अदालत में पेश होते हैं। लगभग सभी शहरों में प्रशासन पैसों के इस व्यवसाय का ध्यान रखता है। भिखारियों के लिए ठेकेदार वेतन, पिक और ड्रॉप सेवा भी उपलब्ध कराते हैं। ये लोग पार्ट टाइम अन्य अपराधों में भी शामिल रहते हैं।

भीख मांगने के नए-नए तरीके ईजाद हो गए हैं। हज और उमरा के दौरान बड़ी संख्या में पाकिस्तानी भिखारियों का निर्यात किया जाता है। इस साल 90 फीसदी पाकिस्तानी भिखारियों को गिरफ्तार किया गया है। ये लोग आमतौर पर अनाथालय या मस्जिद निर्माण के लिए भीख मांगते हैं। कभी-कभार ये जेबकतरों का काम भी करते हैं।

ईद पर कराची पहुंचे लाखों पेशवर भिखारी
भुखमरी से जूझ रहे पाकिस्तान में इस समय जबरदस्त गरीबी छाई हुई है। पिछले हफ्ते ईद के मौके पर लाखों भिखारी कराची पहुंच गए थे, जिससे वहां की सड़कों की हालत खराब हो गई थी। आंकड़ों के मुताबिक ईद पर वहां चार लाख भिखारी पहुंच गए थे और सड़कों से लेकर मॉल, बाज़ार और यहां तक कि ट्रैफिक सिग्नल पर भिखारी दिखाई दे रहे थे। कराची के अतिरिक्त महानिरीक्षक इमरान याकूब मिन्हास ने भिखारियों की इतनी भारी भीड़ को देख हाथ खड़े कर दिए थे। उनका कहना था कि ये लोग सिंध, बलूचिस्तान और देश के अन्य हिस्सों से कराची आते हैं। इनकी धकड़ पकड़ के लिए जल्द ही शहर में और कैमरे लगाए जाएंगे। 

सऊदी अरब जाकर मांगते हैं भीख
इससे कुछ महीने पहले, तीर्थयात्रियों के भेष में दर्जनों पाकिस्तानी भिखारियों को सऊदी अरब जाने वाली उड़ानों से उतार दिया गया था। भीख मांगने के लिए खाड़ी देश की यात्रा करने की कोशिश करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद सऊदी सरकार ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा था कि पाकिस्तान जाइरीनों के भेष में चोरों और भिखारियों को वीजा न दे। पाकिस्तान की इस मामले में काफी थू-थू हुई थी। पाकिस्तानी भिखारी जियारत की आड़ में पश्चिमी एशिया की यात्रा पर जाते हैं। इस बार ज्यादातर लोग उमरा वीजा पर सऊदी अरब जाते हैं और फिर भीख मांगने से जुड़ी गतिविधियों में शामिल हो जाते हैं। मक्का की मस्जिद के अंदर से भी गिरफ्तार किए गए अधिकांश जेबकतरे पाकिस्तानी नागरिक ही थे।

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