भारत में 30 करोड़ लोगों को फैटी लीवर संबंधित परेशानी, पर हैं इससे अनजान

 वर्तमान में 100 करोड़ की आबादी में 30 करोड़ को फैटी लीवर संबंधित परेशानी है लेकिन कई लोगों को इसकी जानकारी ही नहीं रहती है। अगले 10 से 20 साल में देश के 2 से 3 करोड़ लोगों को लीवर सिरोसिस की समस्या होगी। अभी हर वर्ष देश में 1500 से 2 हजार लोगों को लीवर ट्रांसप्लांट हो रहे हैं। ये बातें फोर्टिस अस्पताल के लीवर ट्रांसप्लांट विशेष डा. विवेक विज ने चोइथराम अस्पताल में हुई प्रेस वार्ता में कही।

उन्होंने बताया कि नियमित व्यायाम व संतुलित भोजन से आप फैटी लीवर संबंधित समस्या से बच सकते हैं। शुक्रवार को चोइथराम अस्पताल में 57 वर्षीय पुरुष जो पिछले दो से तीन साल से लीवर संबंधित बीमारी से पीड़ित थे, उनका लीवर ट्रांसप्लांट किया गया। उन्हें उनके 34 साल के बेटे के लीवर का कुछ हिस्सा लगाया गया।

डा विज ने बताया कि दिल्ली के अस्पताल में लेप्रोस्कोपी तकनीक से 100 से ज्यादा लीवर प्रत्यारोपित किए जा चुके हैं। इस तकनीक के आने से अब छोटा सा चीरा पेट पर लगाकर लीवर ट्रांसप्लांट हो सकता है। इस वजह से कई लोग अब इस तरह की सर्जरी के लिए आगे आ रहे हैं। इंदौर के अस्पताल में अभी इस तकनीक से ट्रांसप्लांट के लिए कुछ समय इंतजार करना होगा।

अस्पताल के पेट रोग विशेषज्ञ डा. अजय जैन के मुताबिक शुक्रवार को चोइथराम अस्पताल में 12 वां लीवर ट्रांसप्लांट हुआ। इसके पूर्व अब तक 11 केडेबर व 1 लाइव लीवर ट्रांसप्लांट किए जा चुके हैं। शुक्रवार को भी अस्पताल में लाइव लीवर ट्रांसप्लांट किया गया। लीवर संबंधित बीमारी होने पर शुरुआत में आसानी से कोई लक्षण नहीं दिखाई देते है और जब तक लक्षण नजर आते है लीवर को 90 फीसद तक नुकसान हो चुका होता है। 60 फीसद लोगों में मोटापा व डायबिटीज के कारण लीवर संबंधित परेशानियां होती हैं वही 40 फीसद लोगों में शराब के सेवन के कारण यह परेशानी होती है।

लीवर संबंधित बीमारी होने के कारण

-हेपेटाइटिस वायरस

-अत्यधिक शराब का सेवन

-मोटापा व मधुमेह

-फैटी लीवर

-शरीर में तांबे की मात्रा बढ़ने से

– इम्युनिटी क्षमता कम होने से

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