नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर जारी चर्चा में हिस्सा लेते हुए जिस तरह केंद्र सरकार की कूटनीति पर सवाल उठाए उसका जवाब देने के लिए स्वयं विदेश मंत्री एस. जयशंकर सामने आए। कोरोना से संक्रमण के बाद जयशंकर भी स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं लेकिन उन्होंने राहुल को कूटनीति के कुछ बिसरे अध्यायों की याद दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। साथ ही कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में चीन के हमले की भी याद दिलाई। विदेश मंत्री के साथ ही कई भाजपा नेताओं ने राहुल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।
विदेश मंत्री ने ट्वीट कर कहा- लोकसभा में राहुल गांधी ने कहा कि मौजूदा वक्त में हमें गणतंत्र दिवस पर विदेशी मेहमान नहीं मिल सकता है। देशवासी जानते हैं कि हम कोरोना की नई लहर से जूझ रहे थे। देश में पांच मध्य एशियाई देशों के राष्ट्रपति आने वाले थे लेकिन कोरोना संकट के कारण ही उन्होंने 27 जनवरी को वर्चुअल माध्यम के जरिए शिखर सम्मेलन में भाग लिया। क्या लोकसभा में राहुल गांधी को ये बातें भूल गई थीं।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आगे कहा- राहुल गांधी ने लोकसभा में आरोप लगाया कि इस सरकार ने पाकिस्तान और चीन को एक साथ लाने का काम किया है। राहुल को इन घटनाओं को याद करना चाहिए… सन 1963 में पाकिस्तान ने अवैध रूप से शक्सगाम घाटी को चीन को सुपुर्द कर दिया। यही नहीं चीन ने ही 1970 के दशक में पीओके के रास्ते काराकोरम हाईवे का निर्माण किया था।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यह भी कहा कि चीन और पाकिस्तान के बीच दोस्ती कोई नई नहीं है। दोनों देशों के बीच 1970 के दशक से घनिष्ठ परमाणु सहयोग था। साल 2013 में चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा शुरू हुआ। राहुल को अपने आप से पूछना चाहिए कि क्या तब चीन और पाकिस्तान दूर थे?
वहीं संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए कहा कि राहुल गांधी को बोलने का मौका सिर्फ इसलिए मिल रहा है क्योंकि वे गांधी परिवार से हैं… मोदी जी जहां बैठे हैं उस पद के बारे में राहुल गांधी और गांधी परिवार वाले लोग सोचते हैं यह मेरा स्थान है। गांधी परिवार के लोगों को बहुत अहंकार हो गया है जो उनसे ऐसी बाते करवा रहा है।
राहुल गांधी के बयान पर केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि राहुल एक कन्फ्यूज व्यक्ति हैं। कन्फ्यूज व्यक्ति ऐसी बातें करेगा। उन्होंने बार-बार कहा कि भारत एक देश ही नहीं है। राहुल गांधी जिन बड़े उद्योगपतियों के बारे में वे बात कर रहे थे वे केवल भाजपा कालखंड में थोड़ी हुए हैं।
गिरीराज सिंह ने कही यह बात
केंद्रीय मंत्री गिरीराज सिंह ने भी राहुल गांधी पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी खुद को चीन की कठपुतली के तौर पर दिखा रहे हैं। सन 1962 में हमारी हजारों किलोमीटर जमीन गई राहुल को उसके बारे में भी चर्चा करनी चाहिए। शुक्र है कि मौजूदा वक्त में देश का नेतृत्व नरेन्द्र मोदी के हाथ में है। यदि देश की सत्ता में कांग्रेस के हाथ में होती तो चीन हमारी सारी जमीन हड़प लेता…
राहुल के मन में संवैधानिक व्यवस्था के प्रति कोई सम्मान नहीं
वहीं केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि कानून मंत्री के रूप में मुझे लगता है कि राहुल गांधी के मन में संवैधानिक व्यवस्था के प्रति कोई सम्मान नहीं है। राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने भारतीय न्यायपालिका के बारे में जो कहा उसे एक काले धब्बे के रूप में याद रखा जाएगा। भारतीय न्यायपालिका के बारे में किसी ने भी संसद में ऐसी बातें नहीं की हैं। मैं राहुल गांधी के बयान की निंदा करता हूं जो उन्होंने देश के न्यायिक व्यवस्था व चुनाव आयोग को लेकर दिया है।