कोरोनावायरस की महामारी के बीच कई बार महाराष्ट्र में राजनीति गरमा गई है. अब राज्य में एक बार फिर धार्मिक स्थल खोलने को लेकर जुबानी जंग शुरू हो गई है. इस मामले को लेकर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सीएम उद्धव ठाकरे को पत्र लिखा है, जिसके बाद ये विवाद शुरू हो गया है. इस मसले पर शिवसेना के सांसद संजय राउत ने कहा कि शिवसेना न हिंदुत्व भूली है और न ही भूलेगी. गिरगिट की तरह रंग बदलना हिन्दुत्व नहीं होता है.
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, शिवसेना का हिंदुत्व प्राण है, आत्मा है और ये हमेशा साथ रहेगा. जिन लोगों ने शिवसेना पर सवाल उठाए हैं उनको आत्मनिर्भर होकर आत्मचिंतन करना चाहिए. जो उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में तीन पार्टी की गठबंधन सरकार चल रही है, वह बहुत मजबूत है और नियमों का पूरी तरह पालन करके सरकार चल रही है.
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी द्वारा दिए गए बयान पर संजय राउत ने कहा कि मंदिर और बार की तुलना करना गलत है. पीएम मोदी ने कहा कि महाराष्ट्र में कोरोना का खतरा टला नहीं है. अगर देश के प्रधानमंत्री को कोरोना वायरस का यहां खतरा लग रहा है तो महाराष्ट्र के राज्यपाल को इस पर सोचना चाहिए. सीएम उद्धव ठाकरे को जनता के हित में फैसला लेने का पूरा अधिकार है.