बड़े महलों में रहने वाले छोटे किसानों से नफरत क्यों करते हैं? – पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने सोमवार को लोकसभा (Lok Sabha) में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव देते हुए बहस का जवाब दिया. इस बीच उन्होंने किसानों के मुद्दे पर इशारों ही इशारों में विपक्ष को निशाने पर लिया. पीएम मोदी ने कोरोना (Corona) काल में खड़े हुए संकट का जिक्र करते हुए कहा कि दुनिया में केमिकल फर्टिलाइजर पर कितना संकट आया है और भारत आयात करने पर निर्भर है, कितना बड़ा आर्थिक बोझ देश पर आया है, पूरे विश्व में संकट के हालात पैदा हुए, लेकिन भारत ने किसानों को इस पीड़ा झेलने के लिए मजबूर नहीं किया. वह सारा बोझ देश ने अपने कंधों पर उठाया और किसान को ट्रांसफर नहीं होने दिया है.

उन्होंने कहा, ‘फर्टिलाइज की सप्लाई को जारी रखा गया है. कोरोना के संकट काल में छोटे किसानों को संकट से बाहर निकालने के लिए बड़े फैसले लिए हैं. इतने वर्षों तक देश पर राज करने वाले और महलनुमा घरों में रहने के आदी, छोटे किसान के कल्याण की बात करना भूल गए हैं. मैं ऐसे लोगों को पूछना चाहता हूं कि छोटे किसानों के प्रति आपकी इतनी आपकी नफरत क्यों है? जिन्होंने छोटे किसानों का दुख दर्द नहीं जाना है उन्हें किसानों के नाम पर अपनी राजनीति करने का कोई हक नहीं है. भारत की प्रगति के लिए छोटे किसान को सशक्त बनाना जरूरी है. छोटा किसान भारत की तरक्की को मजबूत करेगा.’

गरीबी से मुक्ति चाहिए तो हमें छोटे किसानों को मजबूत बनाना होगा- पीएम

पीएम ने कहा, ‘सैकड़ों वर्षों का गुलामी कालखंड, उसकी जो मानसिकता है, वो आजादी के 75 साल के बाद भी कुछ लोग बदल नहीं पाए. ये गुलामी की मानसिकता किसी भी राष्ट्र की प्रगति के लिए बहुत बड़ा संकट होती है. अगर गरीबी से मुक्ति चाहिए तो हमें छोटे किसानों को मजबूत बनाना होगा. छोटा किसान मजबूत होगा तो छोटी जमीन को भी आधुनिक करने की कोशिश करेगा.’

इसके अलावा उन्होंने कहा, ‘केवल सरकारें ही सभी समस्याओं का समाधान नहीं कर सकती हैं. 2014 से पहले हमारे देश में सिर्फ 500 स्टार्ट-अप थे, लेकिन पिछले 7 साल में देश में 60 हजार से अधिक स्टार्ट-अप काम कर रहे हैं. ये हमारे युवाओं की ताकत को दर्शाता. कुछ लोगों को देश के नौजवानों को, देश के एंटरप्रेन्योरश को, देश के वेल्थ क्रिएटर्स को डराने और भयभीत करने में आनंद आता है, लेकिन देश का नौजवान उनकी बातें सुन नहीं रहा है, इसीलिए देश आगे बढ़ रहा है, जिन्होंने 50 वर्षों तक देश की सरकारें चलाई, मेक इन इंडिया को लेकर उनका क्या रवैया था, इसके लिए सिर्फ डिफेंस सेक्टर को हम देखें तो सारी बातें समझ आती हैं कि वो क्या करते थे, कैसे करते थे, क्यों करते थे और किसके लिए करते थे.’

80 करोड़ से अधिक भारतीयों को मिला मुफ्त राशन- पीएम

पीएम मोदी ने कहा, ‘भारत सरकार ने यह सुनिश्चित किया कि महामारी के बीच 80 करोड़ से अधिक साथी भारतीयों को मुफ्त राशन मिले. हमारी प्रतिबद्धता है कि कोई भी भारतीय भूखा न रहे. अगर हम लोकल के लिए वोकल होने की बात कर रहे हैं तो क्या हम महात्मा गांधी के सपनों को पूरा नहीं कर रहे हैं? फिर विपक्ष द्वारा इसका मजाक क्यों उड़ाया जा रहा था? हमने योग और फिट इंडिया की बात की, लेकिन विपक्ष ने भी इसका मजाक उड़ाया.’

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here