बार्डर बटालियन के अभ्यर्थियों ने लिखित परीक्षा नहीं होने पर शहर में विरोध मार्च निकाला। इसके बाद वह नारेबाजी करते हुए डीसी कार्यालय पहुंचे। उन्होंने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन भी किया। इससे यातायात बाधित होने के साथ यात्रियों को दिक्कत हुई। अभ्यर्थियों ने जल्द मांगों को पूरा नहीं करने की सूरत में उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
शुक्रवार दोपहर को बार्डर बटालियन के पास अभ्यर्थी बिक्रम चौक पर एकत्र हुए और सरकार और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। बाद में चौक पर चक्का जाम कर पास अभ्यर्थियों की लिखित परीक्षा जल्द करवाने और नई अधिसूचना रद्द करने की जोरशोर से मांग उठाई।
इसके बाद वह डीसी कार्यालय पहुंचे। वहां उन्होंने जल्द परीक्षा करवाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। उसके साथ बड़ी संख्या में पुलिस कर्मी भी मौजूद रहे।
यह है अभ्यर्थियों की मांगें
नई अधिसूचना को रद करने के साथ ही तीन साल से लंबित पास अभ्यर्थियों की जल्द हो लिखित परीक्षा करवाई जाए। अभ्यर्थियों का कहना है कि तीन साल से बार्डर बटालियन गठित करने पर काम चल रहा है। अभी तक लिखित परीक्षा ही शुरू नहीं हो पाई है। अब नई अधिसूचना के तहत बार्डर इलाकों से अन्य अभ्यर्थियों के लिए भी परीक्षा में आवेदन करने के निर्देश हैं। जो अभ्यर्थी पहले से ही इंतजार कर रहे हैं उन्हें नुकसान होगा।
तीन साल बाद भी भर्ती प्रक्रिया अधूरी
सरकारी की ओर से 2019 में बार्डर बटालियन के 2700 पद सृजित कर भर्ती के लिए अधिसूचना जारी की गई थी। इसके तहत 1350 पद महिला और 1350 पद पुरुष अभ्यर्थियों के लिए रखे गए थे। इसके बाद शारीरिक परीक्षा हुई, जिसे कई अभ्यर्थियों ने पास किया, लेकिन काफी समय तक लिखित परीक्षा नहीं करवाई गई। फिर 11 जनवरी, 2022 को नई अधिसूचना जारी कर और युवाओं से आवेदन मांगे गए।