ई-श्रमिक कार्ड बनवाने में छत्तीसगढ़ देश में तीसरे स्थान पर पहुंच गया है। 17 फरवरी तक की स्थिति में प्रदेश में कुल 73.06 लाख लोगों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है। ई-श्रमिक कार्ड बनाने में प्रदेश का लक्ष्य 82 लाख 42 हजार है। इस प्रकार श्रम विभाग ने प्रदेश में अभी तक करीब 90 फीसद से अधिक लक्ष्य हासिल कर लिया है। विभागीय अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार ई-श्रमिक कार्ड बनवाने में छत्तीसगढ़ अभी देशभर में तीसरे स्थान पर है। पहले और दूसरे स्थान पर ओडिशा और पश्चिम बंगाल बने हुए है

देश भर में करीब 38 करोड़ 37 लाख 44 हजार ई-श्रमिक कार्ड बने
विभागीय अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार देशभर में करीब 38 करोड़ 37 लाख 44 हजार ई-श्रमिक कार्ड बनाया जाना है। भागीय अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, देशभर में 38 करोड़ 37 लाख 44 हजार लोगों का ई-श्रमिक कार्ड बनाया जाना है। श्रम विभाग की अपर श्रमायुक्त सविता मिश्रा ने बताया कि 31 मार्च तक ई-श्रमिक कार्ड बनाया जाना है। विभाग की योजनाएं भी लगातार लोगों तक पहुंचाई जा रही है।
जानकारी के अनुसार भारत सरकार ने असंगिठत क्षेत्र के श्रमिकों के लिए नया पोर्टल जारी किया है। पोर्टल असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों की जानकारी एकत्रित करने के लिए शुरू किया गया है। एकत्रित की गई जानकारी का उपयोग श्रमिकों के लाभ के लिए रणनीतियां बनाने और नीतियां बनाने में किया जाएगा।
इनमें प्रमुख रूप से मुफ्त बीमा कवर, वित्तीय सहायता, एसएसएस सामाजिक सुरक्षा योजना का लाभ के साथ ही नौकरी के अधिक अवसर मिलेंगे।
आवश्यक दस्तावेज
ई श्रमिक कार्ड बनाने के लिए आधार कार्ड, बैंक पासबुक, बिजली का बिल, राशन कार्ड, मोबाइल नंबर जरूरी है। इसके आवेदकों की आयू 16 वर्ष से कम नहीं होना चाहिए और 59 वर्ष से अधिक नहीं होना चाहिए। साथ ही करदाता नहीं हो और ईपीएफओ, ईएसआइसी का सदस्य नहीं हो।